India Pakistan Tensions: भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के रणनीतिक प्रभाव अब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की औपचारिक घोषणा के बाद भी पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में सामान्य उड़ानों की बहाली नहीं हो पाई है. 150 से अधिक फ्लाइट्स के रद्द होने ने पूरे पाकिस्तान में हवाई यातायात को अस्त-व्यस्त कर दिया है. पाकिस्तान के लोग खौफ के साए में जी रहे हैं.
विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों के इंफ्रास्ट्रक्चर को गंभीर क्षति पहुंची है, जिससे उड़ान संचालन पर सीधा असर पड़ा है. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से इस नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. आपको बता दें कि बीते दिनों भारत की सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है. हालांकि पाकिस्तानी सरकार और मीडिया तथ्यों को छुपा रही है.
इंटरनेशनल उड़ानें सबसे ज्यादा प्रभावित
पाकिस्तान के तीन प्रमुख शहरों कराची, लाहौर और इस्लामाबाद से दर्जनों अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करना पड़ा. कराची से 45 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें से 39 अंतरराष्ट्रीय थीं. लाहौर से 38 उड़ानों में से 32 इंटरनेशनल रद्द की गईं. वहीं इस्लामाबाद में 40 में से 36 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुईं. इसके अलावा पेशावर, सियालकोट, मुल्तान और फैसलाबाद जैसे छोटे शहरों में भी उड़ान रद्द होने की घटनाएं सामने आईं. पाकिस्तान सिविल एविएशन अथॉरिटी (CAA) ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे उड़ानों की स्थिति की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइंस से संपर्क में रहें.
छुपा रुस्तम है पाकिस्तान
पाकिस्तान की सरकार और सैन्य प्रवक्ता इस स्थिति पर अभी तक स्पष्ट प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं, लेकिन विदेशी एयरलाइंस की उड़ानों में व्यापक कटौती और यात्रियों के असंतोष से यह स्पष्ट होता जा रहा है कि हालात सामान्य नहीं हैं. कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शहबाज़ शरीफ सरकार अपने देशवासियों से नुकसान की वास्तविक तस्वीर छुपा रही है, ताकि अंदरूनी अस्थिरता को रोका जा सके.
सीजफायर के बाद भी पाक की हालत खराब
भारत द्वारा 7 मई को किए गए ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में मौजूद कई आंतकी ठिकानों को प्रत्यक्ष नुकसान पहुंचा. इस हमले के बाद पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था. हालांकि 11 मई को सीजफायर के बाद इसे फिर से खोल दिया गया, लेकिन फ्लाइट नेटवर्क की बहाली अब तक संभव नहीं हो पाई है. जानकारों का कहना है कि हवाई अड्डों की बुनियादी सुविधाओं, जैसे रडार सिस्टम, रनवे और ग्राउंड सपोर्ट सिस्टम, को गंभीर क्षति पहुंची है. खासकर रहीम यार खान फ्लाइट कॉरिडोर अब भी पूरी तरह से काम नहीं कर रहा, जिससे फ्लाइट रूट डायवर्जन और कैंसिलेशन बढ़ गया है.
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