'विराट टेस्ट खेलना चाहते थे, लेकिन चयन समिति ने साथ नहीं दिया', कोहली के संन्यास पर बोले मोहम्मद कैफ

    विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास के ऐलान के बाद क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है.

    Mohammad Kaif said- Virat Kohli wanted to continue playing Tests
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    नई दिल्ली: विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास के ऐलान के बाद क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का मानना है कि कोहली खुद इस फॉर्मेट को अलविदा कहने के मूड में नहीं थे, लेकिन चयन समिति और बोर्ड के समर्थन की कमी ने उन्हें यह फैसला लेने पर मजबूर किया.

    कैफ ने IANS को दिए इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है विराट कोहली अभी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते थे. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में खेलकर यह स्पष्ट संकेत भी दिए थे कि वह अपनी लाल गेंद की क्रिकेट में वापसी को लेकर गंभीर हैं. लेकिन उन्हें चयनकर्ताओं से वह समर्थन नहीं मिला जिसकी उन्हें अपेक्षा थी."

    रणजी ट्रॉफी में वापसी की वजह

    ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद विराट कोहली का घरेलू क्रिकेट में लौटना और रणजी ट्रॉफी में उतरना कई लोगों को हैरान कर गया था. आमतौर पर सीनियर खिलाड़ी इस मंच पर तभी लौटते हैं जब वे राष्ट्रीय टीम में वापसी की उम्मीद कर रहे होते हैं.

    कैफ ने कहा, “रणजी ट्रॉफी खेलना बताता है कि कोहली टेस्ट टीम में फिर से जगह बनाना चाहते थे. यह एक सकारात्मक संकेत था. मगर बोर्ड और चयनकर्ताओं से उन्हें जिस समर्थन की जरूरत थी, वह शायद उन्हें नहीं मिला.”

    चयन समिति की भूमिका पर सवाल

    कैफ ने बिना किसी पर सीधा आरोप लगाए यह संकेत जरूर दिए कि अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति ने कोहली को आगे के टेस्ट शेड्यूल में फिट नहीं माना. उन्होंने कहा, "हो सकता है कि बीते कुछ सालों के आंकड़े चयनकर्ताओं के फैसले में निर्णायक रहे हों. पिछले पांच वर्षों में विराट ने सिर्फ तीन टेस्ट शतक लगाए हैं और उनका औसत घटकर 46 पर आ गया है."

    हालांकि, कैफ ने यह भी स्वीकार किया कि पर्दे के पीछे क्या हुआ, यह जान पाना कठिन है. “यह अनुमान ही लगाया जा सकता है कि क्या बातचीत हुई होगी, लेकिन स्पष्ट है कि कुछ न कुछ ऐसा जरूर हुआ जिसने विराट को यह बड़ा फैसला लेने के लिए प्रेरित किया,” उन्होंने कहा.

    टेस्ट में मानसिक थकावट के संकेत?

    कैफ ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कोहली के खेलने के अंदाज़ पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “वह जरूरत से ज्यादा आक्रामक दिखे. टेस्ट क्रिकेट में संयम और धैर्य की जरूरत होती है, जो विराट की पहचान रहा है. लेकिन वहां वह जल्दी रन बनाने की कोशिश कर रहे थे. यह संकेत हो सकता है कि वह मानसिक रूप से इस फॉर्मेट से थोड़ा दूर हो चुके थे.”

    ये भी पढ़ें- पाकिस्तान का साथ देने वाले अजरबैजान के बूरे दिन शुरू! भारत ने उसके दुश्मन से की इन हथियारों की डील