Mockdrill in UP: गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद में आज एक अगस्त को आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है. इस अभ्यास का मकसद भूकंप और रासायनिक हादसों जैसी आपदाओं के दौरान त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है.
ड्रिल के दौरान सायरन बजाए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को सतर्क किया जाएगा. प्रशासन ने साफ तौर पर कहा है कि सायरन की आवाज सुनकर घबराएं नहीं, यह एक पूर्व नियोजित अभ्यास है. किसी भी तरह की अफवाह से बचें और ड्रिल के दौरान प्रशासन का सहयोग करें.
मॉक ड्रिल की प्रमुख तैयारियां
इस व्यापक अभ्यास में पुलिस, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका, यातायात और होमगार्ड जैसे सभी अहम विभाग सक्रिय भागीदारी करेंगे. कुल पांच अलग-अलग जगहों पर यह अभ्यास एक साथ किया जाएगा. इससे पहले जिलाधिकारी मेधा रूपम ने कलेक्ट्रेट में एक अहम बैठक कर सभी विभागों की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को समय पर स्थान पर मौजूद रहने, सभी जरूरी संसाधनों जैसे कि रूट मैप, एंबुलेंस, संचार माध्यम, और बचाव उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी.
छात्र भी होंगे शामिल
इस अभ्यास में स्कूल के बच्चों को भी शामिल किया जा रहा है. इसका उद्देश्य उन्हें आपात स्थिति में सुरक्षित ढंग से बाहर निकलने, प्राथमिक बचाव तकनीक और आत्मरक्षा के तरीकों से परिचित कराना है.
पांच इंसीडेंट कमांडर संभालेंगे जिम्मेदारी
प्रशासन ने प्रत्येक स्थान पर एक इंसीडेंट कमांडर की नियुक्ति की है जो अपनी टीम का समन्वय संभालेंगे और रियल-टाइम में प्रतिक्रिया प्रणाली की जांच करेंगे. यह कमांडर आपातकालीन परिस्थिति में स्थिति को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
क्यों जरूरी है यह अभ्यास?
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ओमकार चतुर्वेदी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई जिले भूकंप के जोन 4, 3 और 2 में आते हैं. इनमें ग्रेटर नोएडा भी शामिल है, जहां 4.5 तीव्रता का भूकंप भी इमारतों को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में समय-समय पर इस तरह की मॉक ड्रिल बेहद जरूरी है.
गाजियाबाद में भी होगा आयोजन
गौतम बुद्ध नगर के साथ-साथ गाजियाबाद में भी आज मॉक ड्रिल होगी. इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच तालमेल की परीक्षा लेना और आपदा प्रबंधन व्यवस्था को और बेहतर बनाना है.
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