हवाई यात्राओं को अक्सर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन जब कोई विमान हादसा होता है, तो उसकी भयावहता लंबे समय तक लोगों के ज़हन में बनी रहती है. ऐसे हादसों से बच निकलना किसी चमत्कार से कम नहीं होता. और अगर दो अलग-अलग समय, दो अलग-अलग देशों में, एक ही सीट पर बैठे दो लोग मौत को मात दें तो क्या यह महज़ इत्तेफाक है या कोई रहस्यमयी संयोग?
हाल ही में अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 हादसे में एक ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार चमत्कारिक रूप से बच निकले. जिस समय विमान ज़मीन पर गिरा, रमेश सीट नंबर 11A पर बैठे थे. सभी यात्री मारे गए, लेकिन रमेश विमान से उछलकर बाहर गिरे और गंभीर चोटों के बावजूद ज़िंदा बच निकले.
सीट 11A ने ही बचाई थी जान
इस घटना ने एक बार फिर लोगों को 11 दिसंबर 1998 की उस भयावह रात की याद दिला दी, जब थाई एयरवेज फ्लाइट TG261 दक्षिणी थाईलैंड में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. विमान में सवार 146 में से 101 लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन उस विमान में भी, एक चमत्कारी बचाव हुआ था और वह व्यक्ति थे मशहूर थाई अभिनेता और गायक रुआंगसाक लोयचुसाक, जो उस समय सिर्फ 20 साल के थे. और सबसे चौंकाने वाली बात ये कि वह भी सीट नंबर 11A पर ही बैठे थे.
10 साल तक नहीं की थी विमान यात्रा
अब 47 वर्षीय रुआंगसाक ने जब यह खबर सुनी कि रमेश भी उसी सीट पर बैठे थे और ज़िंदा बचे हैं, तो वह स्तब्ध रह गए. उन्होंने कहा, “मेरे रोंगटे खड़े हो गए. यह कोई साधारण इत्तेफाक नहीं लग रहा.” उन्होंने यह भी बताया कि हादसे के बाद उन्होंने लगभग 10 साल तक कोई विमान यात्रा नहीं की.
जान बचने के बाद रमेश ने क्या बताया?
रमेश ने अस्पताल से मीडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे लगा मैं मरने वाला हूं. लेकिन जब आंखें खुलीं, तो खुद को ज़िंदा पाया.” उन्होंने किसी तरह सीट बेल्ट खोली और टूटे विमान से बाहर निकलकर जान बचाई.
अहमदाबाद विमान दुर्घटना
गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के दौरान एक अस्पताल के हॉस्टल से टकरा गई, जिससे भीषण हादसा हो गया. इस दुखद घटना में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें 229 यात्री, 12 क्रू मेंबर और हॉस्टल में रहने वाले लोग भी शामिल हैं. दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. सरकार ने हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है. कई परिवार उजड़ गए. यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बन गया है.
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