MP News: थाने में कैसा रहा आपका एक्सपीरियंस? अब QR कोड स्कैन कर आप दे सकेंगे अपनी राय

    अब मध्यप्रदेश के सभी थानों में एक क्यूआर कोड लगाया जाएगा, जिसे स्कैन करके आम नागरिक पुलिसकर्मियों के व्यवहार और थाने में किए गए कार्यों पर अपना फीडबैक दे सकेंगे. नागरिक अपनी शिकायत, अनुभव, और पुलिसकर्मियों के आचरण के बारे में खुलकर अपनी राय दे सकेंगे.

    madhya pradesh citizens will give feedback of police through qr codes
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Internet

    MP Police New Initiative: मध्यप्रदेश में पुलिसिंग के क्षेत्र में एक नया कदम उठाया गया है, जो न सिर्फ पुलिसकर्मियों के कामकाजी तरीके में सुधार लाएगा बल्कि आम नागरिकों को भी अपनी राय साझा करने का अधिकार देगा. अब प्रदेशभर के थानों में क्यूआर कोड लगाए जाएंगे, जिनकी मदद से लोग सीधे पुलिस के व्यवहार और थाने में अपने अनुभवों को ऑनलाइन दर्ज कर सकेंगे. यह कदम पुलिस विभाग की पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा.

    क्यूआर कोड के माध्यम से ऑनलाइन फीडबैक सिस्टम

    अब मध्यप्रदेश के सभी थानों में एक क्यूआर कोड लगाया जाएगा, जिसे स्कैन करके आम नागरिक पुलिसकर्मियों के व्यवहार और थाने में किए गए कार्यों पर अपना फीडबैक दे सकेंगे. नागरिक अपनी शिकायत, अनुभव, और पुलिसकर्मियों के आचरण के बारे में खुलकर अपनी राय दे सकेंगे. यह पहल पुलिस विभाग को सीधे तौर पर लोगों की प्रतिक्रिया और कामकाजी स्थिति से अवगत कराएगी, जिससे सुधार के लिए उचित कदम उठाए जा सकेंगे.

    नर्मदापुरम में शुरू हुई तैयारी

    नर्मदापुरम जिले में इस योजना की शुरुआत हो चुकी है. एसपी गुरकरण सिंह ने बताया कि जिले के सभी 19 थानों और पुलिस चौकियों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी. यह सिस्टम नागरिकों को बिना किसी रुकावट के अपने अनुभव और समस्याओं को अधिकारियों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करेगा. क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद नागरिक एक फीडबैक फॉर्म भर सकेंगे, जो गूगल या एनआईसी पोर्टल के माध्यम से तैयार किया जाएगा. यह फॉर्म जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की ईमेल आईडी से लिंक रहेगा, ताकि निगरानी और फीडबैक की त्वरित कार्रवाई की जा सके.

    सिस्टम की पारदर्शिता और जवाबदेही में सुधार

    पुलिस मुख्यालय से जारी किए गए आदेश के अनुसार, प्रत्येक थाने में क्यूआर कोड लगाए जाएंगे, जिनसे नागरिक अपने अनुभव साझा कर सकेंगे. इस कदम का मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली और उनके आचरण में सुधार लाना है. अगर किसी नागरिक के साथ गलत व्यवहार किया गया है या उसकी समस्या को ठीक से नहीं सुना गया है, तो वह सीधे अधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचा सकेगा. इससे न केवल पुलिस विभाग की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि नागरिकों को उनके अनुभवों के लिए जिम्मेदार ठहराने का अवसर मिलेगा.

    आम नागरिकों की प्रतिक्रियाओं से पुलिस व्यवस्था में सुधार

    फीडबैक के इस नए तरीके से पुलिस को यह अवसर मिलेगा कि वह जनता से सीधे संवाद कर सके और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रभावी कदम उठा सके. यह कदम नागरिकों और पुलिस के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए एक अहम कदम होगा. इस प्रणाली से यह भी सुनिश्चित होगा कि पुलिस अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार रहे और नागरिकों के अधिकारों का सम्मान किया जाए.

    क्या इससे पुलिस व्यवस्था में होगा सुधार?

    मध्यप्रदेश पुलिस का यह कदम न केवल पारदर्शिता लाएगा, बल्कि यह विभाग की कार्यप्रणाली को और ज्यादा प्रभावी बनाने में मदद करेगा. क्यूआर कोड द्वारा ऑनलाइन फीडबैक लेने से विभाग के अधिकारियों को तत्काल जानकारी मिल सकेगी, जिससे वे जल्दी और उचित कार्रवाई कर सकेंगे. इस तरह से जनता की परेशानियों और शिकायतों को प्राथमिकता दी जाएगी, और पुलिस विभाग की कार्यशैली में बदलाव और सुधार की संभावना बढ़ेगी.

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