इमरान खान के भांजों को भी गिरफ्तार कर ले गई पाकिस्तानी पुलिस, PTI बोली- जंगल का कानून हावी

    पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता और सत्ता विरोधी आवाजों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है. ताजा मामला सामने आया है पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के परिवार से जुड़ा, जहां उनके दो भांजों को 9 मई 2023 के दंगों से जुड़ी घटनाओं में गिरफ्तार किया गया है.

    Lahore Police arrested imran khan nehphew pti reacted
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    पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता और सत्ता विरोधी आवाजों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है. ताजा मामला सामने आया है पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के परिवार से जुड़ा, जहां उनके दो भांजों को 9 मई 2023 के दंगों से जुड़ी घटनाओं में गिरफ्तार किया गया है. लाहौर पुलिस ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इमरान खान की बहन अलीमा खान के बेटे शेरशाह खान को उनके निवास से गिरफ्तार किया गया, जबकि उनके भाई शहरेज खान को एक दिन पहले ही हिरासत में लिया गया था.

    लाहौर की आतंकवाद निरोधी अदालत (ATC) ने शहरेज खान को जिन्ना हाउस पर हुए हमले के मामले में आठ दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस ने अदालत से 30 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन वकीलों की दलीलों के बाद अदालत ने आठ दिन की रिमांड मंजूर की.

    जिन्ना हाउस हमले में रिमांड पर भेजे गए शहरेज

    शहरेज के वकील सलमान अकरम राजा ने अदालत में दलील दी कि गिरफ्तारी पूरी तरह से अनुचित है क्योंकि घटना के दो साल बाद कार्रवाई की गई है और शहरेज का इस मामले से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि शहरेज की मां अलीमा खान को इसी मामले में पहले ही अदालत द्वारा बरी किया जा चुका है.

    पीटीआई ने कार्रवाई को बताया ‘राजनीतिक बदले की भावना’

    इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इन गिरफ्तारियों को 'जबरन अपहरण' करार दिया है. पार्टी का कहना है कि देश में कानून का शासन खत्म हो चुका है और अब ‘जंगल का कानून’ चल रहा है. पीटीआई का आरोप है कि इमरान खान के करीबियों और उनके परिवार को टारगेट किया जा रहा है ताकि उन्हें कमजोर किया जा सके.

    अलीमा खान का तीखा बयान

    शहरेज की मां और इमरान खान की बहन अलीमा खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर आरोप लगाया कि आधी रात को कई सादी वर्दी में हथियारबंद लोग उनके घर घुस आए और उनके बेटे को जबरन उठा ले गए. उन्होंने लिखा: “मेरे स्टाफ को पीटा गया, मेरी बहू को डराया गया और मेरी दो पोतियों के सामने मेरे बेटे को जबरदस्ती ले जाया गया. 

    बीते तीन वर्षों से सत्ता में बैठी ताकतें लोगों को डराने और प्रताड़ित करने का काम कर रही हैं, लेकिन वे इमरान खान के हौसले को तोड़ने में नाकाम रही हैं.” अलीमा ने यह भी कहा कि यह लड़ाई किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि तानाशाही के खिलाफ एक आंदोलन है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इंसाफ केवल अल्लाह ही दिलाएगा.

    9 मई 2023 के दंगे और उसका असर

    गौरतलब है कि 9 मई 2023 को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे थे. प्रदर्शनकारियों ने कई सैन्य प्रतिष्ठानों, सरकारी इमारतों और लाहौर में स्थित कॉर्प्स कमांडर के आवास को निशाना बनाया था. इसके बाद हजारों पीटीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था, और पार्टी के कई वरिष्ठ चेहरों को लंबे समय तक हिरासत में रखा गया.

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