मम्मी-पापा, बहन, मौसी... सबको तलवार से काट दिया; कोर्ट में बोला- आत्मा निकलते देखना था

    Kerala: हत्याओं के बाद कैडेल ने घर में आग लगा दी ताकि शव और बाकी सबूत नष्ट हो जाएं, लेकिन आग काबू से बाहर हो गई और घबरा कर वह चेन्नई भाग गया.

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    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    तिरुवनंतपुरम: एक बेटे की हैवानियत ने साल 2017 में पूरे केरल को झकझोर कर रख दिया था. अपने ही माता-पिता, बहन और मौसी की बेरहमी से हत्या करने वाले कैडेल जीनसन राजा को अब अदालत से उम्रकैद की सजा मिल गई है. मंगलवार को ज़िला अतिरिक्त सत्र न्यायालय-VI ने सजा सुनाते हुए कहा कि 35 वर्षीय कैडेल अब पूरी ज़िंदगी जेल की सलाखों के पीछे बिताएगा. इसके साथ ही कोर्ट ने उस पर 15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है, जो पीड़ित परिवार के रिश्तेदार जोस सुंदरम को मुआवज़े के रूप में देने का आदेश दिया गया है.

    तीन दिनों में रचा कत्ल का खूनी खेल

    यह सनसनीखेज वारदात अप्रैल 2017 में तीन दिन के भीतर अंजाम दी गई थी. कैडेल ने पहले अपने माता-पिता और बहन को अपने कमरे में बुलाया, उन्हें वीडियो गेम दिखाने का बहाना बनाया, और जैसे ही वे कमरे में दाखिल हुए — उसने पहले से तैयार धारदार तलवार (मछेती) से एक-एक कर तीनों की हत्या कर दी.

    उसके घर की निचली मंज़िल में रहने वाली मौसी, जिनकी नजर कमजोर थी, दो दिन तक कुछ समझ नहीं पाईं. इसके बाद कैडेल ने उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया.

    सबूत मिटाने की नाकाम कोशिश और चेन्नई की भागदौड़

    हत्याओं के बाद कैडेल ने घर में आग लगा दी ताकि शव और बाकी सबूत नष्ट हो जाएं, लेकिन आग काबू से बाहर हो गई और घबरा कर वह चेन्नई भाग गया. वहां टीवी पर जब उसने अपनी करतूत की खबरें देखीं, तो डर के मारे खुद ही वापस तिरुवनंतपुरम लौट आया. यहीं से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

    'आत्मा को उड़ता देखना चाहता था', कोर्ट ने कहा- झूठा बहाना

    पुलिस हिरासत में उसने दावा किया कि वह 'एस्ट्रल प्रोजेक्शन' नाम की एक मानसिक प्रक्रिया का परीक्षण कर रहा था, जिसमें आत्मा शरीर से बाहर जाती है. उसका कहना था कि वह जानना चाहता था कि मृत्यु के बाद आत्मा कैसे निकलती है, लेकिन मेडिकल जांच और पुलिस की छानबीन में ये सब महज एक कल्पित कहानी निकली.

    यूट्यूब वीडियो से मिली प्रेरणा, हत्या से पहले की थी डमी प्रैक्टिस

    जांच में यह भी सामने आया कि कैडेल ने यूट्यूब और गूगल पर हत्या से जुड़े कई वीडियो देखे और सर्च किए थे. उसने डमी बॉडी बनाकर पहले से मर्डर की प्रैक्टिस की थी. ये जली हुई डमी बाद में पुलिस को मौके से मिलीं. पुलिस की साइबर टीम ने उसके लैपटॉप से इन तैयारियों के सबूत इकट्ठा किए.

    मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ था कैडेल

    ट्रायल के दौरान आरोपी ने खुद को स्किजोफ्रेनिया (मानसिक बीमारी) से पीड़ित बताया और इलाज की मांग की, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में साफ आया कि वह मानसिक रूप से पूरी तरह स्थिर और सजग था. कोर्ट ने माना कि उसने हत्या की पूरी योजना बनाकर, सोच-समझकर और तैयारी के साथ की — और मानसिक बीमारी की दलील महज सजा से बचने की कोशिश थी.

    अकेलापन, असंतोष और भीतर पनपती घृणा बनी वजह

    प्रॉसिक्यूशन के मुताबिक, कैडेल विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई अधूरी छोड़कर 2009 में भारत लौटा था. घर लौटने के बाद वह खुद को अलग-थलग महसूस करने लगा. उसे लगता था कि परिवार उसकी इच्छाओं को नहीं समझता. अपने पिता के जीवन के तौर-तरीकों और पारिवारिक प्रतिबंधों को लेकर वह असंतुष्ट था — यही असंतोष धीरे-धीरे नफरत और हिंसा में बदल गया.

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