Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ऐसी घटना ने लोगों का गुस्सा भड़का दिया है, जो शिक्षा के मंदिर को कलंकित करती है. घाटमपुर इलाके के एक स्कूल में 19 वर्षीय शिक्षक राज कुशवाहा ने आठ साल की मासूम छात्रा के साथ अश्लील हरकत और दुष्कर्म का प्रयास किया. इस घटना ने न केवल पीड़िता के परिवार को झकझोर दिया, बल्कि पूरे समाज में आक्रोश की लहर दौड़ा दी. स्कूल, जो बच्चों के लिए सुरक्षित आश्रय माना जाता है, वहां ऐसी घटना ने लोगों का भरोसा तोड़ दिया है.
जादू दिखाने के बहाने कमरे में ले गया
शुक्रवार दोपहर को स्कूल में छुट्टी से ठीक 10 मिनट पहले अलर्ट बेल बजी. इसी दौरान शिक्षक राज कुशवाहा ने मासूम छात्रा को जादू दिखाने का लालच देकर स्कूल के एक सुनसान कमरे में ले गया. यह कमरा आपात स्थिति के लिए रिजर्व रखा जाता था, जहां आमतौर पर कोई नहीं आता. वहां उसने छात्रा के साथ अश्लील हरकत शुरू की और दुष्कर्म का प्रयास किया. मासूम के रोने पर वह उसे चुप कराकर क्लास में वापस भेज दिया. डरी-सहमी बच्ची ने अपनी बड़ी बहन को पूरी बात बताई, जिसके बाद मामला स्कूल प्रशासन तक पहुंचा.
स्कूल में मचा हंगामा
जैसे ही घटना की जानकारी स्कूल स्टाफ को मिली, उन्होंने तुरंत आरोपी शिक्षक को एक कमरे में बंद कर दिया और पुलिस को सूचित किया. पीड़िता के परिजन और स्थानीय लोग स्कूल पहुंच गए और आरोपी को बाहर निकालने की मांग करने लगे. भीड़ का गुस्सा इस बात पर था कि जब बच्चियां स्कूल जैसे सुरक्षित स्थान पर भी सुरक्षित नहीं हैं, तो उनकी सुरक्षा कहां होगी? लोगों ने स्कूल प्रशासन पर भी सवाल उठाए कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई.
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. इंस्पेक्टर के अनुसार, आरोपी राज कुशवाहा के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसे जेल भेज दिया गया है और जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस ने बताया कि राज कुशवाहा को दो दिन पहले ही स्कूल में आर्ट शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह मौदहा में पढ़ाता था.
स्कूल प्रशासन और समाज में आक्रोश
स्कूल से जुड़े लोगों का कहना है कि किसी ने नहीं सोचा था कि नया शिक्षक ऐसी घिनौनी हरकत करेगा. इस घटना ने स्कूल प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है. स्थानीय लोगों और पीड़िता के परिजनों ने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं. समाज में यह सवाल गूंज रहा है कि जब शिक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो बच्चों का भविष्य कैसे सुरक्षित होगा? यह घटना न केवल कानपुर, बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को और सख्त करने की जरूरत है.
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