Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक भावुक निर्णय लेते हुए पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों की याद में एक भव्य और श्रद्धांजलिपूर्ण स्मारक बनाने की घोषणा की है. यह फैसला न सिर्फ शहीदों को सम्मान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि राज्य में पर्यटन को फिर से गति देने की कोशिशों का भी हिस्सा है.
बैसरन में बनेगा श्रद्धांजलि स्थल
मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल में हुए इस दर्दनाक हमले में जिन 26 निर्दोष लोगों की जान गई, उनकी याद में बैसरन में एक स्थायी स्मारक बनाया जाएगा. यह स्मारक उन लोगों की यादों को जीवित रखेगा जिन्हें अब कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. उन्होंने यह घोषणा उस समय की जब वह पहलगाम में टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने यह भी बताया कि राज्य कैबिनेट ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को इस स्मारक की मंजूरी देने का अधिकार दे दिया है.
"हम केवल उनके सम्मान में सिर झुका सकते हैं"
मुख्यमंत्री ने आतंकी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कोई भी शब्द उन 26 परिवारों की पीड़ा को कम नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, "हम केवल उनकी कुर्बानी को नमन कर सकते हैं." उन्होंने टूर ऑपरेटरों का आभार जताया जिन्होंने मुश्किल वक्त में भी घाटी में पर्यटन की लौ को बुझने नहीं दिया.
पर्यटन स्थलों को चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा पुनः आरंभ
उमर अब्दुल्ला ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार सुरक्षा की स्थिति को लेकर गंभीर है और आने वाले दिनों में पर्यटक स्थलों को सावधानीपूर्वक और पारदर्शी तरीके से फिर से खोला जाएगा. उन्होंने कहा कि जो स्थल खुले हैं, पहले उन पर ध्यान दिया जाए और धीरे-धीरे अन्य स्थानों को भी पर्यटकों के लिए खोला जाएगा.
घरेलू पर्यटन से लौटेगी रौनक, अंतरराष्ट्रीय सैलानी भी जुड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन का पुनरुत्थान घरेलू सैलानियों की वापसी से शुरू होता है. जब स्कूलों के बच्चे और परिवारिक पर्यटक घाटी में घूमने आते हैं, तभी अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी लौटने लगते हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि समय और सहयोग से घाटी एक बार फिर पर्यटन के नक्शे पर पहले जैसी चमक हासिल करेगी.
स्थानीय प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात, नुनवान बेस कैंप का निरीक्षण
उमर अब्दुल्ला ने स्थानीय विधायक के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर लोगों की चिंताओं और सुझावों को सुना. उन्होंने अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की और नुनवान बेस कैंप का दौरा किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बेटाब वैली से होटल तक साइकिल यात्रा भी की, जिसमें उनके बेटे जहीर और जमीर भी शामिल रहे. यह पहल पर्यटन विभाग की सतत विकास की सोच को दर्शाती है.
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