मध्य पूर्व में चल रहे मौजूदा संघर्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य के युद्धों में ड्रोन एक निर्णायक हथियार होंगे. इस पूरे ऑपरेशन के केंद्र में है Hermes-450, एक ऐसा ड्रोन जिसने इजरायली एयरफोर्स को ईरानी हवाई क्षेत्र में अभूतपूर्व बढ़त दिलाई है.
Hermes-450 ड्रोन, इजरायल की रक्षा कंपनी Elbit Systems द्वारा विकसित एक उन्नत मानव रहित विमान (UAV) है, जो सटीक निगरानी, लक्ष्य निर्धारण और सर्जिकल हमलों में दक्ष माना जाता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने हालिया अभियानों में इस ड्रोन का प्रयोग ईरान के उच्च स्तरीय सैन्य अधिकारियों, मोबाइल एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम और संवेदनशील रक्षा ठिकानों को नष्ट करने के लिए किया है.
कैसे फेल हुआ ईरान का एयर डिफेंस?
ईरान का व्यापक एयर डिफेंस नेटवर्क इस ऑपरेशन में अप्रत्याशित रूप से कमजोर साबित हुआ. इजरायली मीडिया के मुताबिक, पिछले एक वर्ष में इजरायल ने तीन चरणों में ईरान, सीरिया और हिजबुल्लाह के एयर डिफेंस सिस्टम को क्रमिक रूप से निष्क्रिय करने की रणनीति पर काम किया.
पहले हिजबुल्लाह के एंटी-एयरक्राफ्ट प्लेटफॉर्म को समाप्त किया गया, फिर सीरियाई डिफेंस को कमजोर किया गया और अंत में ईरान के भीतर गहराई तक हमला करने की क्षमता विकसित की गई. Hermes ड्रोन ने इस पूरी प्रक्रिया में न केवल दुश्मन की लोकेशन ट्रैक की, बल्कि सटीक हमलों के लिए इजरायली सेना को जरूरी डेटा भी उपलब्ध कराया.
अमेरिका की बैकएंड सपोर्ट
हालांकि अमेरिका सीधे इन हमलों में शामिल नहीं है, लेकिन अमेरिकी CENTCOM द्वारा रीयल-टाइम इंटेलिजेंस, मिसाइल अर्ली वार्निंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट लगातार इजरायल को मिल रही है. अमेरिकी रडार और सैटेलाइट नेटवर्क के जरिए इजरायल को 15-20 मिनट पहले ईरानी मिसाइल लॉन्च का अलर्ट मिल जाता है, जिससे इजरायल को समय रहते जवाबी कार्रवाई करने में मदद मिलती है.
भारत से क्या है कनेक्शन?
इस पूरी कहानी में भारत का नाम भी अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा है. इजरायल के Hermes सीरीज के ड्रोन अब भारत में भी बनते हैं. Adani Defence और Elbit Systems की साझेदारी में हैदराबाद स्थित Adani Elbit UAV Complex में Hermes 450 और Hermes 900 ड्रोन के एयरोस्ट्रक्चर का निर्माण किया जाता है.
यह भारत की पहली प्राइवेट सेक्टर UAV निर्माण सुविधा है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान में जिन Hermes ड्रोन का प्रयोग हो रहा है, वे भारत में बने हैं या नहीं, लेकिन इतना निश्चित है कि भारत अब ऐसी उन्नत सैन्य तकनीक का निर्माण कर रहा है, जो ग्लोबल बैटलफील्ड में निर्णायक साबित हो रही है.
Hermes ड्रोन क्यों है गेमचेंजर?
Hermes 450 और Hermes 900, मीडियम एल्टिट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस (MALE) श्रेणी के ड्रोन हैं, जो 20 घंटे से ज्यादा उड़ान भर सकते हैं. ये ना सिर्फ खुफिया जानकारी इकट्ठा करते हैं, बल्कि सटीक स्ट्राइक करने में भी सक्षम हैं. इनके द्वारा इजरायल ने सैकड़ों ईरानी रडार और एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया है, जिससे तेहरान का हवाई क्षेत्र इजरायली ऑपरेशनों के लिए काफी हद तक खुल चुका है.
ये भी पढ़ें- सभी 9 देशों ने 2024 में बढ़ाए परमाणु हथियार, क्यों हो रहा भारत की इस मिसाइल का जिक्र? देखें रिपोर्ट