International Yoga Day 2025: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विशाखापत्तनम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के साथ योगाभ्यास किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने विश्वभर में तेजी से बढ़ रहे मोटापे को एक गंभीर वैश्विक समस्या बताया और सभी से इसे रोकने के लिए जागरूकता एवं स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील की.
योग: तनाव कम करने और मानसिक शांति पाने का कारगर उपाय
पीएम मोदी ने योग के गहन महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज की दुनिया तनाव और अस्थिरता से घिरी हुई है. उन्होंने कहा कि योग न केवल हमारे शरीर को फिट रखता है बल्कि मानसिक स्थिरता भी प्रदान करता है. “आज जहां दुनिया भर में अनगिनत चुनौतियां और दबाव हैं, वहीं योग हमें तनावमुक्त होकर जीवन को शांतिपूर्ण बनाने का मार्ग दिखाता है.
प्रकृति और पर्यावरण के प्रति योग से जुड़ा जागरूक संदेश
प्रधानमंत्री ने योग की एक और महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया, जो है पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन का संवर्धन. उन्होंने बताया कि योग हमें सिखाता है कि हम प्रकृति से जुड़े हुए हैं और इसके साथ संतुलित जीवन जीना आवश्यक है. यह जागरूकता न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि पर्यावरण की रक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है.
पहली बार कब मनाया गया योग दिवस?
पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को विश्वभर में धूमधाम से मनाया गया था. भारत में इसका आयोजन नई दिल्ली में हुआ, जहाँ हजारों लोगों ने एक साथ योग किया, और यह आयोजन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ.
इस वर्ष की थीम: 'योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ'
हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की एक थीम होती है जो उसके संदेश को वैश्विक संदर्भ में जोड़ती है. 2025 की थीम है. ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’, जिसका उद्देश्य है. स्वास्थ्य और पर्यावरण का सामंजस्य बनाना. मानव और प्रकृति के बीच संतुलन को बढ़ावा देना. सस्टेनेबल वेलनेस मॉडल को बढ़ावा देना.
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