ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना ने जारी किया पहला वीडियो, देखकर कांप उठेंगे शहबाज-मुनीर!

    Operation Sindoor: 7 मई 2025, रात 1 बजकर 4 मिनट — ये वही पल था जब भारतीय सेना ने अपने दुश्मनों को ऐसा संदेश दिया, जिसे इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा.

    Indian Army released first video after Operation Sindoor
    ऑपरेशन सिंदूर

    Operation Sindoor: 7 मई 2025, रात 1 बजकर 4 मिनट — ये वही पल था जब भारतीय सेना ने अपने दुश्मनों को ऐसा संदेश दिया, जिसे इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पहली बार जारी किए गए वीडियो में उस लक्ष्य को दिखाया है जिसे सबसे पहले निशाना बनाया गया — Target 1: अब्बास टेररिस्ट कैंप, कोटली (पाक अधिकृत कश्मीर).

    क्या था अब्बास टेररिस्ट कैंप?

    यह आतंकी ठिकाना लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) से महज 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था और इसे लश्कर-ए-तैयबा का "नरव सेंटर" यानी आत्मघाती हमलावरों का मुख्य प्रशिक्षण अड्डा माना जाता था. इस कैंप में 50 से अधिक आतंकवादियों को आत्मघाती हमलों और युद्ध जैसी रणनीतियों की ट्रेनिंग दी जाती थी.

    तबाही की घड़ी: 1.04 AM

    सेना के मुताबिक, 7 मई की रात 1:04 बजे, इस आतंकी अड्डे को सटीक एयरस्ट्राइक से पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया गया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह एक के बाद एक सटीक निशाने पर बम गिराए गए और पूरा स्ट्रक्चर धूल में तब्दील हो गया.

    ये सिर्फ एक जवाब नहीं था, ये संदेश था

    'अब्बास कैंप' की तबाही सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति का प्रतीक है — "घर में घुसकर मारना." यह कैंप पहलगाम में हुए आतंकी हमले की साजिश का हिस्सा था, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों और जवानों ने जान गंवाई थी.

    वीडियो में क्या दिखा?

    भारतीय सेना द्वारा जारी वीडियो में:

    • टारगेट की रियल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग.
    • लेजर-गाइडेड मिसाइल के लॉन्चिंग मोमेंट.
    • और फिर कुछ ही सेकंड में पूरे ट्रेनिंग हब का मलबे में बदल जाना.

    आतंक के अड्डों पर सीधा प्रहार

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत यह पहला लक्ष्य था, लेकिन ऐसा एकमात्र नहीं. भारतीय वायुसेना ने पीओके और पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जो आतंकवाद की जड़ें मजबूत कर रहे थे.

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