Apache Helicopter Specifications: देश की सरहदें अब और भी मजबूत हो गई हैं, क्योंकि भारतीय थलसेना को मिल गया है उसका सबसे भरोसेमंद और खतरनाक हवाई हथियार, अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर. अब तक केवल भारतीय वायुसेना के पास मौजूद ये अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर अब थलसेना की ताकत को भी कई गुना बढ़ा देंगे. पहली खेप जोधपुर पहुंच चुकी है, जहां इन उड़ने वाले योद्धाओं को पश्चिमी मोर्चे पर तैनात किया जाएगा.
अपाचे हेलीकॉप्टर को यूं ही दुनिया का सबसे घातक अटैक हेलीकॉप्टर नहीं कहा जाता. इसमें नाइट विजन, थर्मल सेंसर, और एडवांस्ड टारगेटिंग सिस्टम लगे हैं, जो अंधेरे में भी दुश्मन को साफ देख सकते हैं और 128 टारगेट्स को एक साथ पहचानकर तबाह करने की क्षमता रखते हैं. इसके साथ ही AN/APG-78 लॉन्गबो रडार और JTIDS सिस्टम इसे युद्ध के मैदान में बेहद स्मार्ट और नेटवर्क-सक्षम बना देते हैं.
जिस पर वार हो, उसे मिट्टी में मिला दे
अपाचे सिर्फ देखता ही नहीं, मारता भी है और वो भी बेहद सटीकता से. इसमें लगे हथियार इसे एक चलती-फिरती तबाही में बदल देते हैं:
रफ्तार और रेंज में भी बेमिसाल
अपाचे की अधिकतम रफ्तार 280 से 365 किमी/घंटा है. यह बिना रुके करीब 500 किमी तक उड़ान भर सकता है, और ईंधन टैंक बढ़ाने पर और भी दूर जा सकता है. 3.5 घंटे तक हवा में रहने की क्षमता इसे मिशन के हर मोर्चे पर तैयार रखती है.
सेना के हर मिशन में, हर मोर्चे पर
यह हेलीकॉप्टर सिर्फ हमला करने वाला नहीं है, बल्कि यह एक मल्टी-मिशन प्लेटफॉर्म है. यह सेना की स्ट्राइक कोर को सपोर्ट करता है, टोही मिशन में भाग लेता है, और यहां तक कि ड्रोन को भी नियंत्रित कर सकता है. सच कहा जाए, तो यह एक ऐसा योद्धा है जो हवा से लड़ाई का पूरा नक्शा बदल देता है.
डिजाइन ऐसा कि दुश्मन कांपे और सैनिक भरोसे से भर जाए
अपाचे को खासतौर पर दो पायलटों के लिए डिजाइन किया गया है, एक उड़ान संभालता है, दूसरा दुश्मनों पर निशाना साधता है. इसका कुल वजन लगभग 6,838 किलोग्राम है और अधिकतम टेकऑफ वजन 10,433 किग्रा तक जा सकता है. यह न सिर्फ बैलिस्टिक मिसाइलों और छोटे हथियारों के हमलों से बचा सकता है, बल्कि यह हर मौसम में काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, चाहे अंधेरा हो या तूफान.
भारत की नई हवाई ताकत
अपाचे हेलीकॉप्टर का सेना में शामिल होना सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि एक रणनीतिक जीत है. यह भारत की सीमाओं की सुरक्षा को एक नई मजबूती देता है और यह भरोसा भी देता है कि जब भी जरूरत पड़ी, देश का रक्षक हवा से भी जवाब देने के लिए तैयार है. अब जोधपुर की धरती से उड़ने वाले ये हेलीकॉप्टर सिर्फ मशीन नहीं, बल्कि हर भारतीय की उम्मीद और हौंसले की उड़ान हैं.
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