'बाजार में जो चीज मौजूद है, हम उसी हिसाब से...' रूसी तेल खरीदने पर अमेरिका को भारत का दो टूक जवाब

    भारत ने गुरुवार को उन तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया जा रहा था कि भारत ने अमेरिका के दबाव में रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है.

    India blunt reply to America on buying Russian oil
    Image Source: ANI

    नई दिल्ली: भारत ने गुरुवार को उन तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया जा रहा था कि भारत ने अमेरिका के दबाव में रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत अपने ऊर्जा-संबंधी निर्णय पूरी तरह वैश्विक बाजार की परिस्थितियों और घरेलू हितों को ध्यान में रखकर करता है, ना कि किसी अन्य देश के दबाव में आकर.

    रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमारा ऊर्जा खरीदने का निर्णय इस आधार पर होता है कि बाजार में क्या उपलब्ध है, वैश्विक स्थिति कैसी है और भारत की जरूरतें क्या हैं. हमारे निर्णय पूरी तरह स्वतंत्र और रणनीतिक होते हैं."

    अमेरिका का नाम लिए बिना स्पष्ट संदेश

    हाल ही में कुछ विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत की सरकारी तेल रिफाइनरियों ने पिछले सप्ताह रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है. इन रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि यह कदम अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस चेतावनी के बाद उठाया गया है, जिसमें उन्होंने भारत को रूसी तेल से दूरी बनाए रखने को कहा था.

    हालांकि, भारत सरकार का रुख बिल्कुल साफ है, ऐसे किसी बाहरी दबाव का कोई असर देश की ऊर्जा नीति या कूटनीतिक रणनीति पर नहीं पड़ा है.

    क्या भारत रूस से तेल खरीद जारी रखेगा?

    भारत बीते कुछ वर्षों में रूस से कच्चे तेल की बड़ी मात्रा में खरीद कर रहा है. खासकर यूक्रेन युद्ध के बाद जब पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए, तो रूस ने एशियाई बाजारों, विशेषकर भारत और चीन, की ओर रुख किया. भारत ने उस वक्त इस अवसर को आर्थिक लाभ में बदला और सस्ते दरों पर तेल खरीदकर महंगाई पर नियंत्रण रखने में बड़ी सफलता हासिल की.

    रणधीर जायसवाल ने दो टूक कहा, "भारत वही करेगा जो उसके आर्थिक और रणनीतिक हितों के अनुकूल है. हम निर्णय बाजार की उपलब्धता और कीमतों के आधार पर लेंगे, किसी भी देश की नीति हमें बाध्य नहीं कर सकती."

    पाकिस्तान से तेल खरीद की बात पर ‘नो कमेंट’

    हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बयान में कहा था कि "भविष्य में भारत पाकिस्तान से भी तेल खरीद सकता है." इस टिप्पणी ने भू-राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी. लेकिन भारत ने इस पर चुप्पी साधना ही बेहतर समझा. प्रवक्ता ने पत्रकारों से कहा कि वे इस पर नो कमेंट रखेंगे.

    यह बयान भले ही हल्के-फुल्के अंदाज में दिया गया हो, लेकिन भारत की प्रतिक्रिया से साफ है कि वह ऐसी अटकलों में पड़ने या घरेलू राजनीति में उलझने के मूड में नहीं है.

    ये भी पढ़ें- भारत ने अमेरिका को दिया 25% टैरिफ का जवाब, नहीं खरीदेगा F-35 फाइटर जेट, जानें क्या होगा इसका असर?