AIRFORCE DAY: 8 अक्टूबर 2025 को भारत का आसमान एक बार फिर गर्व से गूंजेगा, जब भारतीय वायुसेना दिवस के अवसर पर लड़ाकू विमान गर्जना करेंगे. लेकिन इस बार का आयोजन पहले से कहीं ज्यादा खास और ऐतिहासिक माना जा रहा है. वजह है – हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ सफलतापूर्वक अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसने भारत की वायुशक्ति को पूरी दुनिया के सामने एक बार फिर मजबूती से साबित किया.
तीन साल के अंतराल के बाद वायुसेना दिवस का भव्य आयोजन एक बार फिर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस में होने जा रहा है. इससे पहले 2022, 2023 और 2024 में इसे देश के विभिन्न शहरों में आयोजित किया गया था.
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में होगा समारोह
वायुसेना दिवस 2025 इसलिए भी ऐतिहासिक होगा क्योंकि यह ऐसे समय में आ रहा है जब भारत ने हाल ही में अपने सबसे साहसी सैन्य अभियानों में से एक — ऑपरेशन सिंदूर — को सफलता से अंजाम दिया है. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर लश्कर-ए-तैयबा के मुरीदके स्थित ठिकानों और जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालयों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया.
यह पहली बार था जब 1971 के बाद भारतीय वायुसेना ने इतनी गहराई में जाकर पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमला किया. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया में की गई पलटवार कोशिश को भी वायुसेना ने नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई में उनके कई महत्वपूर्ण एयरबेस को भी निष्क्रिय कर दिया गया.
जब पाकिस्तान ने आदमपुर एयरबेस और भारत के एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नुकसान पहुंचाने का दावा किया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 13 मई को आदमपुर एयरबेस पहुंचे और जमीनी सच्चाई दुनिया के सामने रख दी.
हिंडन में फिर लौटेगा जश्न का आसमान
2010 से पहले तक वायुसेना दिवस का आयोजन हमेशा हिंडन एयरबेस पर ही होता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद 2021 से इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किया जाने लगा, ताकि आम जनता का जुड़ाव सेना के साथ और गहरा हो सके.
अब, 2025 में यह समारोह एक बार फिर हिंडन एयरबेस की सरजमीं पर लौट रहा है — और इस बार, यह सिर्फ एक सैन्य परेड नहीं होगी, बल्कि यह ऑपरेशन सिंदूर की विजयगाथा को श्रद्धांजलि देने वाला आयोजन होगा.
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