दिल्ली की जामा मस्जिद में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा, शांति और सौहार्द का संदेश

    Eid Ul Adha: देशभर में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व पूरे धार्मिक उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया. दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में भी सुबह की नमाज के साथ इस पाक दिन की शुरुआत हुई.

    Eid Ul Ajah Occasion at Jama Masjid
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    Eid Ul Adha: देशभर में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व पूरे धार्मिक उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया. दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में भी सुबह की नमाज के साथ इस पाक दिन की शुरुआत हुई. सुबह करीब 6 बजे हजारों की संख्या में लोग मस्जिद परिसर में जमा हुए और एक साथ ईद की विशेष नमाज अदा की.

    धार्मिक अनुशासन और सामाजिक सद्भाव का आह्वान

    इस अवसर पर जामा मस्जिद के नायब शाही इमाम मौलाना सैयद शाबान बुखारी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ईद-उल-अजहा केवल कुर्बानी का दिन नहीं है, बल्कि यह खुदा के प्रति तस्लीम (आत्मसमर्पण) और फरमाबरदारी (आज्ञापालन) का प्रतीक है. उन्होंने अपील की कि कुर्बानी सिर्फ अधिकृत और निर्धारित स्थानों पर ही की जाए. इमाम ने यह भी कहा कि गलियों और सार्वजनिक स्थानों पर जानवरों की कुर्बानी से परहेज करें और पड़ोसियों की भावनाओं का सम्मान करें. सोशल मीडिया पर कुर्बानी की तस्वीरें डालने से भी बचना चाहिए क्योंकि यह इबादत को विवाद या नफरत का कारण बना सकता है.

    बाज़ारों में रौनक, मिठाइयों की दुकानों पर भीड़

    ईद के त्योहार को लेकर जामा मस्जिद के आस-पास की गलियों में भी खास चहल-पहल देखी गई. सेवईं, शीरखुर्मा, मेवे और मिठाइयों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ नजर आई. पिछले 35 वर्षों से शीरखुर्मा की दुकान चला रहे स्थानीय दुकानदार नदीम ने बताया कि बकरीद सिर्फ एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि मोहब्बत और मेल-मिलाप का पर्व है. उन्होंने कहा कि इस साल भीड़ और उत्साह दोनों काफी ज्यादा हैं.

    सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

    दिल्ली पुलिस ने त्योहार के मद्देनजर राजधानी में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं. बीती रात से ही प्रमुख इलाकों में चेकिंग अभियान जारी रहा. मस्जिदों, बाजारों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जनता की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और त्योहार को शांतिपूर्ण बनाने के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है.
     

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