केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यूएई की अपनी यात्रा के दौरान यूएई के कार्यवाहक उच्च शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री महामहिम डॉ. अब्दुलरहमान अब्दुलमन्नान अल अवार के साथ एक रचनात्मक बैठक की.
दोनों नेताओं ने उच्च शिक्षा में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की तथा ज्ञान सेतुओं को और अधिक गहरा करने, ज्ञान, नवाचार और अनुसंधान को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के केंद्रीय स्तंभ बनाने पर सहमति व्यक्त की.
A great honour to have the IIM Ahmedabad Dubai campus inaugurated by HH Sheikh Hamdan bin Mohammed bin Rashid Al Maktoum, Crown Prince of Dubai.
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) September 11, 2025
This is another big leap towards globalisation of India’s education as envisioned by Hon’ble PM Shri @narendramodi ji. IIM Ahmedabad… pic.twitter.com/1GTVYCbR2f
प्रधान ने ट्वीट कर दी जानकारी
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईआईएम अहमदाबाद के दुबई कैंपस के उद्घाटन की जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, "दुबई के क्राउन प्रिंस, शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम द्वारा आईआईएम अहमदाबाद दुबई परिसर का उद्घाटन किया जाना हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है. यह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुरूप भारतीय शिक्षा के वैश्वीकरण की दिशा में एक और बड़ी छलांग है. आईआईएम अहमदाबाद दुबई परिसर भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को दुनिया तक पहुंचाएगा. दुबई ने आज आईआईएम अहमदाबाद अंतर्राष्ट्रीय परिसर की मेजबानी करके 'भारतीय भावना, वैश्विक दृष्टिकोण' के सिद्धांत को एक आदर्श मंच प्रदान किया है. भारत-यूएई ज्ञान सहयोग में एक गौरवशाली अध्याय जोड़ने के लिए शेख हमदान के प्रति आभार."
Briefing the media in Dubai. https://t.co/ySUlLCpRc6
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) September 11, 2025
चर्चा में महत्वपूर्ण और उभरते क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान, क्षमता निर्माण और द्विपक्षीय सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया. प्रधान ने दुबई में भारतीय शैक्षणिक संस्थानों के योगदान की सराहना करने और संयुक्त अरब अमीरात में और अधिक उच्च-गुणवत्ता वाले भारतीय परिसरों की स्थापना के लिए उनके निरंतर समर्थन के लिए महामहिम अल अवार का धन्यवाद किया.
इस बात की पुष्टि करते हुए कि भारत प्रतिभा का एक वैश्विक केंद्र है और संयुक्त अरब अमीरात एक वैश्विक आर्थिक केंद्र है, दोनों पक्षों ने लोगों से लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने और पारस्परिक प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित किया.