Bihar Schemes: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के समग्र विकास को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने प्रगति यात्रा के दौरान मिले फीडबैक और नई जरूरतों को ध्यान में रखते हुए 50 हजार करोड़ रुपए की विकास योजनाओं को मंजूरी दी है. इस राशि का इस्तेमाल राज्य में 430 अलग-अलग योजनाओं को तेजी से लागू करने के लिए किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में ‘संकल्प’ में एक समीक्षा बैठक की, जिसमें सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और मुख्य सचिव ने प्रेजेंटेशन के जरिए काम की प्रगति और आवश्यक सुधारों की जानकारी दी.
प्रगति यात्रा से मिली जानकारी पर आधारित निर्णय
सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर बैठक की जानकारी साझा करते हुए बताया कि वर्ष 2024 के दिसंबर और 2025 के जनवरी-फरवरी माह में उन्होंने प्रगति यात्रा के दौरान सभी जिलों में विकास कार्यों का निरीक्षण किया था. इस दौरान आम लोगों से मिले फीडबैक और उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया.
उन्होंने लिखा कि प्रगति यात्रा के दौरान जनता की आवश्यकताओं और सुझावों को ध्यान में रखते हुए 430 योजनाओं को स्वीकृति दी गई है. ये योजनाएं राज्य के 22 विभिन्न विभागों से जुड़ी हैं, और हर योजना का उद्देश्य आम नागरिकों के जीवन में सुधार और सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करना है.
50 हजार करोड़ की महत्वाकांक्षी परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वीकृत योजनाओं पर तेजी से काम किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक योजना पर कार्य करते समय संवेदनशीलता और तत्परता का पालन करना अनिवार्य है.
इन योजनाओं के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण और शहरी विकास, सड़क और परिवहन, जल आपूर्ति, ऊर्जा, कृषि एवं उद्योग से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं. मुख्यमंत्री का मानना है कि योजनाओं का उद्देश्य केवल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना नहीं, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना और सभी वर्गों को समान रूप से लाभ पहुँचाना है.
बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने का लक्ष्य
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार राज्य के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम कर रहा है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता की अपेक्षाओं और जरूरतों को प्राथमिकता दी जाए.
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य बिहार को देश के सबसे विकसित राज्यों की श्रेणी में लाना है. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि सिर्फ योजनाओं की घोषणा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उन्हें समय पर पूरा करना और जनता को वास्तविक लाभ पहुँचाना आवश्यक है.
आगे का रास्ता और जनता की भागीदारी
प्रगति यात्रा और जनता से मिले फीडबैक ने यह साबित किया है कि लोग अपने जिलों और गांवों में सुधार और विकास चाहते हैं. सीएम ने बैठक में कहा कि अब यह जिम्मेदारी अधिकारियों की है कि योजनाओं को तेज़ी से लागू करें और हर जिले में उनका असर दिखाई दे.
50 हजार करोड़ के विकास कार्य राज्य के हर कोने में बदलाव लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं. यह न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा, बल्कि रोजगार के अवसर, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को भी बेहतर बनाएगा.
बिहार का भविष्य चमकदार
नीतीश कुमार का यह ऐलान राज्य के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है. उन्होंने यह संदेश भी दिया कि बिहार में विकास कार्यों के मामले में कोई ढील नहीं होगी और सभी योजनाओं का समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा.
यदि सभी योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू होती हैं, तो आने वाले वर्षों में बिहार न केवल विकसित राज्यों की सूची में शामिल होगा, बल्कि देश में विकास का उदाहरण भी पेश करेगा. जनता के सहयोग और अधिकारियों की प्रतिबद्धता के साथ यह लक्ष्य निश्चित ही हासिल किया जा सकता है.
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