भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच अब देश की राजधानी दिल्ली भी सतर्क हो गई है. संभावित आपात हालात को भांपते हुए दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को युद्धस्तर पर सक्रिय कर दिया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को दिल्ली के सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों के साथ एक उच्चस्तरीय आपात बैठक की, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह भी शामिल रहे.
इमरजेंसी मोड पर अस्पताल, सभी छुट्टियां रद्द
बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राजधानी के सभी सरकारी अस्पताल 24x7 इमरजेंसी मोड पर कार्य करें. सभी अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए जाएं, स्टाफ की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द की जाएं और दवाओं व मेडिकल उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. रेखा गुप्ता ने कहा, "हालात असामान्य हैं, हमें हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा."
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा और निर्देश
बैठक के दौरान दवाओं की सप्लाई चेन की स्थिति की समीक्षा की गई और दवा की संभावित कमी को गंभीर चिंता का विषय मानते हुए संबंधित अधिकारियों को तुरंत ठोस कार्ययोजना तैयार करने के आदेश दिए गए. सीएम ने साफ किया कि किसी भी लापरवाही की जिम्मेदारी तय की जाएगी.
स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर ज़ोर
रेखा गुप्ता ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत, वय वंदना योजना और आरोग्य मंदिर जैसी स्वास्थ्य योजनाओं को राजधानी में पूरी तरह लागू करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से नागरिकों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधा मिलनी चाहिए.
बेड आरक्षित, स्टाफ प्रशिक्षित
आपदा की स्थिति में तत्परता के लिए अस्पतालों में विशेष बेड आरक्षित किए गए हैं:
लोकनायक अस्पताल: 70 बेड, 250 कर्मचारियों को विशेष आपदा प्रशिक्षण
राष्ट्रीय क्षयरोग संस्थान, महरौली: 50 बेड का अलग वार्ड
आरएमएल अस्पताल: 10 बेड का विशेष वार्ड
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