सिम दी, फिर सिरसा जाने को कहा.. नूंह का तारीफ कैसे बना पाकिस्तानी जासूस, कैमरे पर कबूल किया चौंकाने वाला सच

    गिरफ्तार आरोपी तारिफ के कबूलनामे ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है, जिसमें उसने खुद स्वीकार किया है कि कैसे उसने वीजा दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए, पाकिस्तान के दूतावास अधिकारियों से सिम कार्ड की डील की और अंत में भारतीय वायुसेना से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं भेजने की तैयारी कर रहा था.

    Confession of Pakistani spy arrested from Nuh
    Image Source: Social Media

    ये कोई फिल्मी कहानी नहीं है, बल्कि भारत की सुरक्षा के साथ खेला गया एक खतरनाक खेल है, जिसमें ‘वीजा’ की लालच ने एक युवक को पाकिस्तान का एजेंट बना दिया. हरियाणा के नूंह जिले से सामने आया यह मामला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सामने आए सबसे बड़े खुलासों में से एक बन गया है.

    गिरफ्तार आरोपी तारिफ के कबूलनामे ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है, जिसमें उसने खुद स्वीकार किया है कि कैसे उसने वीजा दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए, पाकिस्तान के दूतावास अधिकारियों से सिम कार्ड की डील की और अंत में भारतीय वायुसेना से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं भेजने की तैयारी कर रहा था.

    एक वीजा और दो सिम

    साल 2018 में तारिफ पाकिस्तान वीजा के लिए दूतावास गया था. वहीं उसकी मुलाकात हुई पाकिस्तानी अधिकारी आसिफ बलोच से. इंटरव्यू के बाद अफसर ने वीजा के बदले दो सिम कार्ड लाने की शर्त रखी. तारिफ ने भी बिना कुछ सोचे-समझे दो सिम कार्ड लाकर दे दिए और बदले में वीजा मिल गया. फिर शुरू पैसा और जासूसी का खेल हुआ. पहले सिर्फ सिम से काम चल रहा था, लेकिन फिर अफसर की कॉल्स आने लगीं. उसने तारीफ से कहा कि, "बंदे भेजो, वीजा लगवाते हैं, पैसे बांटेंगे." तारिफ ने भी पैसों के लालच में आकर 8–10 लोगों को पाकिस्तान वीजा दिलाने के लिए भेजा और कमाई का खेल शुरू हो गया.

    2021 में वही कहानी फिर दोहराई गई, लेकिन इस बार तारिफ को पाकिस्तान से नया ‘कनेक्शन’ मिला – अफसर जाफर. अब वही सिम मांगता था, वही सौदे करता था. और इस बार भी तारिफ तैयार था. 

    2024 में असली मकसद आया सामने

    जब तीसरी बार तारिफ पाकिस्तान से लौटा, तो कहानी ने खतरनाक मोड़ ले लिया. अब जाफर ने कहा कि, "अब सिम नहीं, अब तुम्हें असली काम करना होगा. लाखों रुपये मिलेंगे. हमें एयरफोर्स की जानकारी चाहिए – फोटो, वीडियो, जो भी हो." तारिफ ने हामी भर दी और सिरसा में वायुसेना के ठिकाने के बारे में जानकारी जुटाने के लिए तैयार हो गया.

    सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, जांच जारी

    इस कबूलनामे के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तारिफ को हिरासत में ले लिया है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है. साथ ही उसके संपर्क में आए अन्य संदिग्धों की भी तलाश शुरू हो गई है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पहले से ही भारत भर में पाकिस्तानी नेटवर्क को ध्वस्त करने का अभियान चल रहा है, और तारिफ की गिरफ्तारी से एक और गहरी साजिश का पर्दाफाश हुआ है.

    ये भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर पर फालतू का ज्ञान बांट रहा था प्रोफेसर, वीडियो सामने आने पर पुलिस ने उठा लिया