Chitrakoot Link Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना को मंजूरी दे दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कुल 38 में से 37 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिसमें इस एक्सप्रेसवे को लेकर प्रस्ताव भी शामिल था. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से बुंदेलखंड और चित्रकूट धाम क्षेत्र में यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा. आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से.
939.67 करोड़ रुपये की लागत से होगा निर्माण
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) द्वारा किया जाएगा. यह परियोजना लगभग 939.67 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगी. इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 15.17 किमी होगी, जो वाराणसी से बांदा के रूट पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ती है. इसमें 4 लेन की सड़क बनाई जाएगी, जिसे जरूरत पड़ने पर भविष्य में 6 लेन में बदला जा सकता है.
चित्रकूट तक पहुंच होगी आसान
यह एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग 35/76 के किमी 267 से शुरू होगा और चित्रकूट के अहमदगंज गांव में खत्म होगा. इस रास्ते के बनने से चित्रकूट धाम और आसपास के क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. सुदूर क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों के लिए यह यात्रा सुगम और तीव्र हो जाएगी. इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
निर्माण कार्य और समयसीमा
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण इंजीनियरिंग, प्रोक्यॉरमेन्ट और कंस्ट्रक्शन (EPC) पद्धति से किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे और 548 दिनों के भीतर इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा करने की योजना है. इसके बाद, निर्माण कंपनी को 5 साल तक इस एक्सप्रेसवे का मेंटेनेंस करने की जिम्मेदारी भी दी जाएगी.
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