लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने हाल ही में कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी. चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर तय की गई समयसीमा पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय आयोग का है और इस पर सवाल उठाना उचित नहीं होगा. उन्होंने यह भी बताया कि आयोग द्वारा तय की गई अवधि के भीतर उनकी पार्टी ने अपने संसाधनों को काम में लगाया है, ताकि पुनरीक्षण कार्य समय पर पूरा किया जा सके.
उपमुख्यमंत्री बनने पर चिराग का रुख
चिराग पासवान ने उपमुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं को लेकर कहा कि इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री का होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई नई जिम्मेदारी बनती भी है तो उसमें वह खुद दावेदार नहीं होंगे. पार्टी के कार्यकर्ता और नेता इस भूमिका में आगे आएंगे. चिराग ने यह भी कहा कि लोजपा (रामविलास) अब एक मजबूत भूमिका में दिखेगी और आगामी समय में इसका असर दिखेगा.
लालू यादव पर दी प्रतिक्रिया
राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव के एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर चिराग पासवान ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. हालांकि, उन्होंने सवाल भी उठाया कि जब उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती, तो फिर वह यह जिम्मेदारी किसी और को क्यों नहीं सौंपते. इस पर चिराग ने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है, लेकिन पार्टी के भीतर टूट के डर को नकारा नहीं जा सकता.
जीतन राम मांझी को बताया अभिभावक
हाल ही में जीतन राम मांझी की पार्टी और लोजपा (रामविलास) के बीच हुए विवाद पर चिराग ने कहा कि मांझी जी हमारे बुजुर्ग हैं. यदि वह कुछ कह भी देते हैं, तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि वह स्वयं मांझी जी से मिलकर यह जानने की कोशिश करेंगे कि उनकी नाराजगी की वजह क्या है.
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को बताया प्रेरणादायक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा से लौटने के बाद बिहार दौरे को लेकर चिराग ने कहा कि पीएम के दौरे से राज्य में एक नई ऊर्जा आती है. उन्होंने केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार की सराहना करते हुए कहा कि हम लोग लगातार चुनाव जीत रहे हैं और भविष्य में भी यह सिलसिला जारी रहेगा.
राहुल गांधी के पोस्टर पर कड़ी प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर से जुड़े एक विवाद पर चिराग पासवान ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सैनेटरी पैड जैसे विषय पर फोटो लगाना भारतीय सामाजिक मूल्यों के विपरीत है. चिराग ने कहा कि यह पश्चिमी सोच का असर है, जो भारतीय संस्कृति में सहज नहीं बैठता. उन्होंने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस को समझदारी से काम लेना चाहिए.
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