Chhangur Baba Case: उत्तर प्रदेश से पिछले दिनों छांगुर बाबा के कारनामों का खुलासा हुआ था. धर्मांतरण का रैकेट चलाने वाले छांगुर से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. इस बीच छांगुर का गाजियाबाद के कविनगर से एक नया कनेक्शन सामने आया है. कविनगर के एक पीड़ित परिवार ने छांगुर और उसके शिष्य बदर अख्तर सिद्दिकी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. छांगुर बाबा, जिसे ATS ने धर्मांतरण के मामलों में गिरफ्तार किया है, खुद को एक आध्यात्मिक व्यक्ति या तांत्रिक बताता था. बदर अख्तर सिद्दीकी, उसका शिष्य था, जो युवतियों को झांसे में लेने और उन्हें बाबा तक पहुंचाने का काम करता था. बाबा और बदर मिलकर लड़कियों का मानसिक ब्रेनवॉश, धर्म परिवर्तन और संभावित रूप से उन्हें विदेश भेजने की योजना में सक्रिय थे.
ब्रेनवॉश और तंत्र-मंत्र का इस्तेमाल
पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया है कि बदर अख्तर तंत्र-मंत्र और मनोवैज्ञानिक नियंत्रण की तकनीकों में बाबा से ट्रेनिंग प्राप्त करता था. युवतियों को बाबा के पास ले जाकर उन्हें धार्मिक रूप से भ्रमित और संस्कारों से दूर करने का काम बदर करता था. पीड़िता को दुबई भेजने की बात कही गई है. इसका मतलब यह नेटवर्क सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों तक फैला हुआ हो सकता है. यह भी संदेह है कि विदेशों में धर्मांतरण या मानव तस्करी से जुड़े संगठनों से संपर्क हो सकता है, जिसकी जांच ATS कर रही है.
पहचान छिपाकर काम करना
बदर अख्तर पर आरोप है कि वह अलग-अलग हिंदू नामों से लड़कियों के संपर्क में आता था. उसका मकसद सिर्फ भरोसा जीतना और फिर धीरे-धीरे उन्हें मजहबी तौर पर बदलना और भावनात्मक रूप से तोड़ना था. यह कार्य छांगुर बाबा की देखरेख में होता था. दोनों पर अब तक जो आरोप लगे हैं, वे भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं. जिनमें धर्मांतरण, अपहरण, ब्रेनवॉश, मानव तस्करी और धोखाधड़ी शामिल हैं. ATS अब इन दोनों के फोन रिकॉर्ड्स, विदेशी संपर्क, बैंक लेनदेन और सोशल मीडिया गतिविधियों की गहन जांच कर रही है.
छांगुर बाबा और बदर अख्तर सिद्दीकी का कनेक्शन किसी साधारण अपराध से कहीं बढ़कर लगता है. यह धर्मांतरण की एक संगठित साजिश, जिसमें मासूम युवतियों को निशाना बनाया जाता है, के रूप में उभर रहा है। यदि जांच में और तथ्य सामने आते हैं, तो यह राज्यव्यापी नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा चिंता का विषय बन सकता है.
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