भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ सीजफायर, विदेश सचिव बोले- दोनों 5 बजे से जमीनी और हवाई हमले नहीं करेंगे

    भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में उत्पन्न हुए सैन्य तनाव के बाद एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता मिली है. दोनों देशों ने आपसी सहमति से सीजफायर (युद्धविराम) की घोषणा की है, जो शनिवार शाम 5 बजे से प्रभावी हो गया है.

    Ceasefire between India and Pakistan
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में उत्पन्न हुए सैन्य तनाव के बाद एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता मिली है. दोनों देशों ने आपसी सहमति से सीजफायर (युद्धविराम) की घोषणा की है, जो शनिवार शाम 5 बजे से प्रभावी हो गया है. यह निर्णय दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के परिणामस्वरूप लिया गया.

    विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने जानकारी देते हुए कहा कि जमीनी, हवाई और किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई को फिलहाल विराम दिया गया है. इस पहल का उद्देश्य क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखना और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.

    DGMO स्तर पर बातचीत की पहल

    जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) ने संपर्क साधा और वार्ता का प्रस्ताव रखा. इसके बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच दोपहर में सीधी बातचीत हुई, जिसमें सीजफायर पर सहमति बनी.

    अधिकारिक रूप से दोनों देशों ने यह स्पष्ट किया है कि इस वार्ता का दायरा केवल सैन्य कार्रवाई रोकने तक सीमित है. अन्य मुद्दों पर आगे कोई बातचीत होगी या नहीं, इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है.

    प्रेस ब्रीफिंग में सुरक्षा स्थिति का ब्यौरा

    इससे पहले शनिवार सुबह रक्षा और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में हालिया हालातों की जानकारी साझा की गई थी.
    कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और गुजरात में वायुसेना ठिकानों को निशाना बनाया गया. उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज में मिसाइल हमलों के कारण सीमित क्षति हुई है.

    विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए गए कुछ दावों—जैसे कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल फैसिलिटी और S-400 डिफेंस सिस्टम को नुकसान पहुँचाना—पूरी तरह भ्रामक और असत्य हैं. सभी प्रमुख सैन्य संरचनाएं सुरक्षित हैं.

    नागरिकों निशाना बनाने के प्रयास नाकाम

    भारत सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की ओर से नागरिक संस्थानों को निशाना बनाने के प्रयास किए गए थे, जिनमें स्कूल और अस्पताल शामिल हैं. इन प्रयासों को भारतीय सुरक्षा बलों ने सफलतापूर्वक विफल किया.

    12 मई को DGMO स्तर की विस्तृत बैठक

    विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि आने वाले 12 मई को दोपहर 12 बजे दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच एक और बैठक प्रस्तावित है, जिसमें सीजफायर की प्रभावशीलता और भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी.

    उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत की ओर से किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई नहीं की गई है और अब भी भारत एक रक्षात्मक और संतुलित रणनीति अपनाए हुए है.

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