बॉलीवुड अभिनेत्री भूमि पेडनेकर, जो अपने दमदार अभिनय और सामाजिक मुद्दों पर बेबाक राय के लिए जानी जाती हैं, अब बिज़नेस की दुनिया में भी कदम रख चुकी हैं. अपनी बहन समीक्षा पेडनेकर के साथ मिलकर उन्होंने ‘बैकबे’ नाम का एक नया पेय ब्रांड लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य भारत में हेल्दी और सस्टेनेबल हाइड्रेशन को बढ़ावा देना है. इस ब्रांड की पहली पेशकश है ‘बैकबे एक्वा’ – हिमालय की तलहटी से मिलने वाला शुद्ध और खनिजों से भरपूर प्राकृतिक मिनरल वाटर, जिसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे आवश्यक तत्व मौजूद हैं.
भूमि बताती हैं कि इस प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश में खुद का प्लांट स्थापित किया है, जहां महिलाओं की नेतृत्व वाली टीम काम कर रही है. उनका मानना है कि जेंडर इक्विटी को सिर्फ बातों में नहीं, बल्कि बिज़नेस मॉडल में भी शामिल किया जाना चाहिए. प्लांट की क्षमता रोजाना 45,000 बॉक्स तैयार करने की है, जिससे बड़े पैमाने पर सप्लाई संभव हो सके.
पर्यावरण के प्रति सजग पैकेजिंग
‘बैकबे एक्वा’ की सबसे खास बात इसकी पैकेजिंग है, जो पारंपरिक प्लास्टिक या कांच की बोतलों के बजाय पूरी तरह से रीसायकल होने वाले हल्के पेपरबोर्ड कार्टन में की जाती है. इसे ‘गेबल टॉप पेपर पैकेजिंग’ कहा जाता है और इसके ढक्कन भी बायो-बेस्ड कैप से बनाए गए हैं. भूमि के अनुसार, इस तरह की पैकेजिंग का इस्तेमाल भारत में करने वाला उनका ब्रांड फिलहाल अकेला है.
कीमत और आने वाले वेरिएंट
अभी यह पानी दो साइज़ में उपलब्ध है – 500 मिलीलीटर (₹150) और 750 मिलीलीटर (₹200). आने वाले समय में ब्रांड स्पार्कलिंग वॉटर भी पेश करेगा, जिसमें लीची, पीच और लाइम जैसे फ्लेवर होंगे. भूमि ने कीमत इस तरह तय की है कि यह प्रीमियम कैटेगरी में हो लेकिन फिर भी उपभोक्ताओं की पहुंच में रहे. तुलना के लिए, मार्केट में प्लास्टिक बोतल वाला प्रीमियम पानी लगभग ₹90 में और ग्लास बोतल वाला पानी ₹600 तक बिकता है.
ब्रांड का विज़न
भूमि का लक्ष्य अगले चार वर्षों में 100 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करना है और 15 साल बाद वह चाहती हैं कि ‘बैकबे एक्वा’ हर घर में पहुंच जाए. उनका दावा है कि यह पानी ‘सोर्स पर पैक’ होता है और इंसानी हाथों से नहीं छुआ जाता, जिससे इसकी शुद्धता बनी रहती है. वे इसे स्कूल, कॉलेज, कॉर्पोरेट ऑफिस, एयरपोर्ट, होटल और सिनेमाघरों जैसे स्थानों तक पहुंचाने पर ध्यान दे रही हैं, जहां लोग सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण पानी की तलाश में रहते हैं.
व्यक्तिगत निवेश और दृष्टिकोण
भूमि ने खुलासा किया कि इस प्रोजेक्ट में उन्होंने खुद निवेश किया है और यह आदत उन्हें किशोरावस्था से है. 17 साल की उम्र में यशराज फिल्म्स से मिली अपनी पहली सैलरी ₹7,000 से ही उन्होंने सेविंग और इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिए थे. वह प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ हैं और कहती हैं कि जब पर्यावरण-अनुकूल विकल्प मौजूद हो, तो प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना हानिकारक है.
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