Bihar News: बिहार में चुनावी माहौल धीरे-धीरे गर्म हो रहा है, और इसी को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. शनिवार से राज्य के सभी 38 जिलों में प्रखंड मुख्यालयों और शहरी निकाय कार्यालयों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं, जो प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित हो रहे हैं. इन शिविरों में मतदाता अपने नाम जुड़वाने, संशोधन कराने या किसी भी तरह की आपत्ति दर्ज कराने का कार्य कर सकते हैं.
एक सुखद संकेत यह है कि युवा मतदाता इस अभियान में खासा रुचि दिखा रहे हैं. बीते 24 घंटों में 3,223 नए मतदाता पंजीकरण के लिए सामने आए हैं, जिनमें अधिकांश ने हाल ही में 18 वर्ष की आयु पूरी की है. यह आंकड़ा बताता है कि नई पीढ़ी अब लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति पहले से कहीं अधिक सजग है.
राजनीतिक दलों की चुप्पी पर उठे सवाल
जहां एक ओर आम जनता सक्रिय भागीदारी कर रही है, वहीं अभी तक किसी भी राजनीतिक दल द्वारा दावा या आपत्ति दर्ज नहीं की गई है, जो कई विशेषज्ञों को चौंका रहा है. इससे या तो राजनीतिक दलों की सुस्ती झलकती है या फिर पारदर्शी प्रक्रिया में भरोसे का संकेत है.
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से सुविधा
मतदाता अपने EPIC नंबर की मदद से आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना नाम चेक कर सकते हैं. जिनका नाम सूची में नहीं है, या जिनकी जानकारी में कोई त्रुटि है, वे 1 सितंबर 2025 तक दावा या आपत्ति दर्ज कर सकते हैं. वहीं, बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के माध्यम से भी जरूरी फॉर्म और फोटो जमा करके प्रक्रिया पूरी की जा सकती है.
नए वोटर कार्ड भी होंगे वितरित
इस अभियान के अंतर्गत नए पंजीकृत मतदाताओं को नए वोटर कार्ड भी वितरित किए जाएंगे. साथ ही, निर्वाचन आयोग ने व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान छेड़ दिया है, अखबार, टीवी और सोशल मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है.
अपने वोटर कार्ड को सुनिश्चित करें
यह समय है जब हर योग्य नागरिक को अपने नाम की पुष्टि कर लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूती देनी चाहिए. अगर आपका नाम मतदाता सूची में नहीं है या उसमें कोई गलती है, तो निकटतम शिविर में जाएं, आवश्यक फॉर्म भरें और इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाएं.
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