शहीद जवान रामबाबू सिंह और मो. इम्तियाज के परिजनों को 50 लाख देगी बिहार सरकार, CM नीतीश सौंपेंगे चेक

    देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बिहार के वीर सपूत, रामबाबू सिंह की शहादत ने पूरे राज्य को भावुक कर दिया है. जम्मू-कश्मीर सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में सीवान जिले के वसिलपुर गांव के रहने वाले बीएसएफ जवान रामबाबू सिंह वीरगति को प्राप्त हुए. इस दुखद घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक व्यक्त किया है और उनके परिजनों को 50 लाख रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की है.

    Bihar government will give 50 lakhs to the families of martyred soldiers Ram Babu Singh and Mohd. Imtiaz
    Image Source: Social Media

    देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बिहार के वीर सपूत, रामबाबू सिंह की शहादत ने पूरे राज्य को भावुक कर दिया है. जम्मू-कश्मीर सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में सीवान जिले के वसिलपुर गांव के रहने वाले बीएसएफ जवान रामबाबू सिंह वीरगति को प्राप्त हुए. इस दुखद घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक व्यक्त किया है और उनके परिजनों को 50 लाख रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की है.

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भावुक संदेश

    मुख्यमंत्री ने कहा, "जवान रामबाबू सिंह की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा. मैं इस दुखद घटना से बेहद मर्माहत हूं. ईश्वर शहीद के परिजनों को इस कठिन समय में धैर्य और साहस दे. राज्य सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है." मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराया जाएगा और उनके निकटतम आश्रित को 50 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी, जिसमें मुख्यमंत्री राहत कोष से 29 लाख और राज्य सरकार की ओर से 21 लाख की राशि शामिल है.

    रामबाबू सिंह की 4 महीने पहले हुई थी शादी

    शहीद जवान रामबाबू सिंह सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के वसिलपुर गांव के निवासी थे. सोमवार को जम्मू-कश्मीर सीमा पर ड्यूटी के दौरान पाकिस्तानी गोलीबारी में वे शहीद हो गए. परिवार के लिए यह दोहरी पीड़ा है, क्योंकि रामबाबू की शादी अभी चार महीने पहले ही हुई थी और वह जल्द ही पिता बनने वाले थे. लेकिन देशभक्ति की राह पर चलते हुए वह अपने कर्तव्य की वेदी पर बलिदान हो गए. गांव में शोक की लहर है. हर कोई गम में डूबा है, लेकिन उनके शौर्य पर गर्व की भावना भी हर आंखों में साफ झलक रही है.

    बिहार ने दो-दो सपूत खोए

    इससे पहले छपरा के शहीद मो. इम्तियाज के परिजनों को भी राज्य सरकार ने 50 लाख रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की है. इम्तियाज बीएसएफ में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हो गए थे. राज्य सरकार ने कहा है कि बिहार अपने शहीदों को कभी नहीं भूलता और उनके परिवारों की हरसंभव मदद की जाएगी.

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