पटना: बिहार में इस सावन कुछ अलग ही अंदाज में हरियाली का उत्सव मनाया जा रहा है. वन महोत्सव 2025 की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 13 जुलाई को खुद पौधारोपण कर की. इस महाभियान का लक्ष्य है कि आने वाले तीन महीनों में पूरे राज्य में 5 करोड़ पौधे लगाए जाएं और हरियाली की नई चादर पूरे बिहार पर बिछा दी जाए.
प्राकृतिक धरोहर को नया जीवन देने की कोशिश
वन विभाग के अनुसार, यह महज एक अभियान नहीं, बल्कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है. बिहार सरकार का फोकस इस बार सिर्फ पौधे लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें संरक्षित और पोषित करने पर भी है. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे “एक पेड़, एक जीवन” के मंत्र को अपनाएं और पर्यावरण को बचाने की इस मुहिम में भागीदार बनें.
कौन-कौन लगाएगा पौधे?
इस अभियान में सरकार का साथ देने के लिए कई विभाग और संगठन आगे आए हैं. अभियान के तहत वन विभाग लगभग 2.97 करोड़ पौधे लगाएगा. वहीं जीविका समूहों द्वारा 57 लाख पौधे लगाए जाएंगे. मनरेगा वाले 1.93 लाख पौधे लगाएंगे. सरकारी स्कूल-कॉलेज 37.16 लाख पौधे लगाएंगे. इसके अलावा कृषि व बागवानी विभाग भी 10 लाख पौधे लगाएगा. इस सहयोगात्मक प्रयास से गांव से लेकर शहर तक हरियाली की बयार फैलने की उम्मीद है.
अब तक लगाए गए 30 लाख पौधे
जुलाई महीने में ही अभी तक 30 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं, जो इस महाअभियान की गंभीरता को दर्शाता है. पौधों की खरीद और देखभाल को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने विशेष योजना बनाई है. कोई भी व्यक्ति 10 रुपये प्रति पौधा की दर से पौधा खरीद सकता है. अगर कोई 3 साल तक उस पौधे का संरक्षण करता है, तो प्रति पौधा 60 रुपये तक का अनुदान मिलेगा. 5 पौधे तक मुफ्त में दिए जा रहे हैं अगर कोई स्वयंसेवक/नागरिक पौधारोपण के लिए आगे आता है.
स्कूल-कॉलेजों को मिलेगी खास प्राथमिकता
हर सरकारी स्कूल और कॉलेज को मुफ्त पौधे दिए जाएंगे. साथ ही हर छात्र को 2 पौधे लगाने की जिम्मेदारी दी जा रही है. इसका उद्देश्य नई पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना है. राज्यभर में मौजूद पौधशालाओं में जामुन, सागवान, महोगनी, अर्जुन, गुलमोहर जैसी कई प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हैं. इच्छुक व्यक्ति 0612-2226911 पर कॉल कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
वन महोत्सव: परंपरा से प्रकृति तक
बिहार में वन महोत्सव का आयोजन 1950 से हर साल किया जाता रहा है, लेकिन इस बार इसका दायरा और जनसहभागिता कहीं अधिक व्यापक है. अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने बताया कि यह अभियान “मिशन मेरी लाइफ” के तहत चलाया जा रहा है, जिससे आम नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जा सके.
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