छांगुर बाबा के खिलाफ कार्रवाई अब तेज़ी से आगे बढ़ रही है. जहां एक ओर एटीएस ने उन्हें रिमांड पर लिया है, वहीं दूसरी ओर ईडी भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच में जुट गई है. इसके साथ ही, उनकी आलीशान हवेली को गिराने के लिए सरकार द्वारा किए गए खर्च का हिसाब भी लिया जा रहा है. प्रशासन अब पूरी कार्रवाई की लागत छांगुर बाबा से ही वसूलने की योजना बना रहा है.
सरकारी ज़मीन पर बनवाई थी आलीशान हवेली
छांगुर बाबा की हवेली बलरामपुर के उतरौला में स्थित थी, जो सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा कर बनाई गई थी. प्रशासन ने इस अवैध निर्माण को हटाने के लिए छांगुर बाबा को तीन नोटिस दिए थे. मई महीने से शुरू हुई कार्रवाई के बाद, अब तक इस हवेली को गिराने में प्रशासन ने सरकारी खर्च पर बुलडोज़र एक्शन लिया है. चूंकि यह निर्माण सरकारी ज़मीन पर था, इसलिए नियमों के अनुसार इसके ध्वस्तीकरण का खर्च छांगुर बाबा से वसूला जाएगा.
बुलडोज़र एक्शन पर सरकार का खर्च
बुलडोज़र एक्शन के दौरान सरकार को बड़ा खर्च उठाना पड़ा. हवेली को गिराने में कुल तीन दिन का समय लगा. इस दौरान, रोज़ाना नौ बुलडोज़र सात-सात घंटे तक काम करते रहे. हर बुलडोज़र का किराया 2,000 रुपये प्रति घंटा था, और इस राशि में बुलडोज़र के फ्यूल व ऑपरेटर का मेहनताना भी शामिल था. इस हिसाब से एक बुलडोज़र का एक दिन का किराया 1,26,000 रुपये आया. तीन दिन में सरकार को कुल 3,78,000 रुपये बुलडोज़र किराए के रूप में खर्च करने पड़े.
इसके अलावा, इस पूरे ऑपरेशन में लगभग 100 अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे, जिनमें पुलिस, फायर विभाग और रेवेन्यू विभाग के लोग शामिल थे. तीन दिन की इस कार्रवाई का इन कर्मचारियों का वेतन भी छांगुर बाबा से वसूला जाएगा. बलरामपुर के जिलाधिकारी पवन कुमार ने कहा कि दो से तीन दिनों में पूरी कार्रवाई का खर्च़ निकाल लिया जाएगा.
मनी लॉन्ड्रिंग और संपत्ति की जांच
छांगुर बाबा पर ईडी का शिकंजा अब और भी कसता जा रहा है. लखनऊ एटीएस की FIR के बाद, अब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच शुरू कर दी है. छांगुर बाबा पर 100 करोड़ रुपये की संपत्ति होने का आरोप है, और ईडी उसकी संपत्तियों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है.
प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि छांगुर बाबा ने 40 अकाउंट फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर खोले थे. इन अकाउंट्स को करीब 40 संस्थाओं के नाम पर खोला गया था, जिनमें से लगभग 6 अकाउंट्स विदेशी बैंकों में हैं. ईडी इस पूरे मामले में आगे की तफ्तीश कर रही है और छांगुर बाबा के वित्तीय नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने का प्रयास कर रही है.
छांगुर बाबा की गिरफ्तारी और आगामी कार्रवाई
यह पूरा मामला छांगुर बाबा के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई का हिस्सा है, जो अब और तेज़ हो गया है. प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण में कड़ी कार्रवाई की शुरुआत कर दी है और यह स्पष्ट है कि सरकार हर तरीके से छांगुर बाबा से उसके द्वारा की गई अवैध गतिविधियों का हिसाब लेने में लगी हुई है.
वहीं, इस मामले में यह भी देखने वाली बात होगी कि आगे चलकर छांगुर बाबा और उनके सहयोगियों के खिलाफ और कौन-कौन सी कार्रवाई होती है, और उनकी संपत्तियों के बारे में और क्या खुलासे होते हैं. इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासन और कानून व्यवस्था की सख्ती से ही यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि अवैध गतिविधियों को अब किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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