ऑस्ट्रेलिया ने अपनी सैन्य क्षमताओं को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. लंबे इंतज़ार के बाद देश की पहली स्वदेशी लड़ाकू ड्रोन परियोजना MQ-28A ‘Ghost Bat’ अब धरातल से उड़ान भर चुकी है. यह केवल एक ड्रोन नहीं, बल्कि एक ऐसा हथियार है जो भविष्य के हवाई युद्ध की परिभाषा बदल सकता है.
Ghost Bat को खास तौर पर इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह बिना किसी मानव पायलट के उड़ान भर सके और दुश्मन के खिलाफ घातक ऑपरेशन अंजाम दे सके. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह F-35 या Super Hornet जैसे पायलटेड जेट्स के साथ मिलकर टीम में उड़ सकता है, डेटा साझा कर सकता है, और दुश्मनों पर सटीक हमला कर सकता है. इस तकनीक ने ऑस्ट्रेलिया के संभावित प्रतिद्वंद्वियों के बीच चिंता की लहर दौड़ा दी है.
ट्रायल से पहले ही बना रिकॉर्ड
Boeing Defence Australia और रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स (RAAF) ने हाल ही में Ghost Bat के 2025 कैपेबिलिटी ट्रायल कैंपेन को सफलतापूर्वक पूरा किया. यह परीक्षण चार महीने पहले ही समाप्त कर लिया गया, जो इस प्रोजेक्ट की रफ्तार और तैयारियों का सबूत है. 150 घंटे की सफल उड़ानें, 20,000 घंटे की वर्चुअल सिमुलेशन टेस्टिंग, समय से पहले पूरे हुए सारे निर्धारित मापदंड.
क्या है Ghost Bat की असली ताक़त?
Ghost Bat को ‘Loyal Wingman’ की संज्ञा दी गई है. यानी यह पायलटेड जेट्स का साथ निभाने वाला एक ‘स्मार्ट पार्टनर’ है. यह पूरी तरह स्वायत्त है और मिशन को अपने दम पर पूरा करने में सक्षम है.
इसके कुछ प्रमुख फीचर्स:
मॉड्यूलर डिज़ाइन: विभिन्न हथियारों और सेंसरों के साथ फिट हो सकता है, AI आधारित नेविगेशन: खुद निर्णय लेने की क्षमता, स्टील्थ तकनीक: दुश्मन की रडार से बचकर कार्रवाई, मल्टी-मिशन कैपेबिलिटी: निगरानी, हमला, डेटा ट्रांसफर आदि कार्य एक साथ
Block-2 वर्जन: और भी ज़्यादा घातक
Ghost Bat के Block-2 वर्जन पर काम जारी है, जिसमें कई अहम अपग्रेड शामिल होंगे. बेहतर पेलोड और प्रोसेसिंग यूनिट, नई विंग डिजाइन और लंबी दूरी तक कम्युनिकेशन, उन्नत GPS/INS नेविगेशन सिस्टम, हवा से हवा में मिसाइल फायरिंग की नई क्षमता (2026 तक टेस्टिंग).
सरकार की रणनीतिक फंडिंग
पिछले 7 वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई सरकार इस प्रोजेक्ट में 1 अरब डॉलर से ज्यादा निवेश कर चुकी है. हाल ही में 500 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त फंडिंग का एलान किया गया, जिससे साफ है कि सरकार इसे केवल सैन्य नहीं, बल्कि रणनीतिक औद्योगिक विकास के रूप में देख रही है.
चीन के लिए बढ़ा सिरदर्द?
Ghost Bat की विशेषता इसकी कम लागत, उच्च घातकता और नेटवर्किंग क्षमता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह ड्रोन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया की सैन्य उपस्थिति को मजबूत करेगा. खासकर चीन जैसे देशों के लिए यह एक नई चुनौती साबित हो सकती है, क्योंकि यह ड्रोन बड़ी संख्या में तैनात किए जा सकते हैं और यह “एक के बदले अनेक” रणनीति में फिट बैठते हैं.
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