Auqib Nabi Dar father Ghulam Nabi: इंडियन प्रीमियर लीग 2026 के मिनी ऑक्शन में जब नाम पुकारा गया, तो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं बिक रहा था—एक सपने ने पहचान पा ली थी. जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले से आने वाले युवा क्रिकेटर अकीब नबी डार को दिल्ली कैपिटल्स ने 8.40 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ लिया. इस बड़ी डील की खबर जैसे ही उत्तर कश्मीर के शीरी कस्बे तक पहुंची, पूरा इलाका जश्न में डूब गया.
दिल्ली कैपिटल्स द्वारा अकीब के चयन की सूचना मिलते ही उनके घर पर लोगों का तांता लग गया. रिश्तेदार, पड़ोसी और दोस्त बधाइयां देने पहुंचे. पारंपरिक ढोल की थाप पर युवाओं ने नृत्य किया, मिठाइयां बांटी गईं और दुआओं का सिलसिला देर रात तक चलता रहा. एक छोटे से कस्बे से निकलकर आईपीएल तक पहुंचने की यह कहानी पूरे इलाके के लिए गर्व का क्षण बन गई.
शिक्षक पिता की आंखों में आंसू
अकीब के पिता गुलाम नबी डार एक स्कूल शिक्षक हैं. उन्होंने कभी बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था, लेकिन क्रिकेट के प्रति अकीब की दीवानगी के आगे उन्होंने अपनी इच्छा पीछे रख दी. बेटे की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गुलाम नबी खुद को रोक नहीं पाए और भावुक हो उठे. उन्होंने कहा, “मैं खुदा का तहेदिल से शुक्र अदा करता हूं. यह दिन देखना मेरे लिए किसी नेमत से कम नहीं है. यह सब अकीब की कड़ी मेहनत और ऊपरवाले की रहमत का नतीजा है.”
युवाओं के लिए प्रेरणा बनी कहानी
गुलाम नबी डार ने इस मौके पर युवाओं को संदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि खेल के साथ-साथ पढ़ाई को भी उतना ही महत्व देना चाहिए और गलत संगत व बुरी आदतों से दूर रहना जरूरी है. उनके अनुसार, अनुशासन और धैर्य ही सफलता की असली कुंजी हैं.
रिश्तेदारों और दोस्तों ने जताया गर्व
अकीब के रिश्तेदार सज्जाद-उल-बशीर ने कहा कि यह सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे शीरी और उत्तर कश्मीर की जीत है. उन्होंने बताया कि जश्न का माहौल लगातार बना हुआ है. “अकीब शुरू से ही मेहनती और अनुशासित रहा है. आज उसे जो पहचान मिली है, उसने हमारे इलाके को देशभर में नई पहचान दी है,” उन्होंने कहा.
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
अकीब नबी डार का यह सफर अचानक नहीं बना. इस सीजन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में उनके लगातार दमदार प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं और फ्रेंचाइजियों का ध्यान खींचा. घरेलू क्रिकेट में उनकी निरंतरता और आत्मविश्वास ही उन्हें आईपीएल के बड़े मंच तक ले आया. कश्मीर की वादियों से निकलकर आईपीएल की चकाचौंध तक पहुंची यह कहानी आज हजारों युवाओं के लिए उम्मीद की नई किरण बन गई है—यह दिखाने के लिए कि मेहनत, सब्र और जुनून के दम पर किसी भी कोने से देश की सबसे बड़ी लीग तक पहुंचा जा सकता है.
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