Sambhal News: कभी अखाड़े में भारत का नाम रोशन करने वाले पहलवान अनुज चौधरी अब उत्तर प्रदेश पुलिस में एक और बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं. चर्चित और बेबाक बोलों के लिए चर्चा में रहे संभल के पूर्व CO अनुज चौधरी को अब एडिशनल एसपी (ASP) पद पर प्रमोट कर दिया गया है. प्रमोशन के बाद उनकी वर्दी पर SP केके बिश्नोई और ASP राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अशोक स्तंभ लगाकर उन्हें सम्मानित किया.
खेल कोटे से मिले नई ऊंचाई
अनुज चौधरी ने 2012 में स्पोर्ट्स कोटे से PPS (Provincial Police Service) अफसर के रूप में पुलिस सेवा में कदम रखा था. अब वे खेल कोटे से एडिशनल एसपी बनने वाले प्रदेश के पहले अधिकारी बन गए हैं. ये न केवल खेल और प्रशासनिक सेवा के संगम की मिसाल है, बल्कि अन्य खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है.
साफ़-साफ बोलने वाले अधिकारी
अनुज चौधरी अक्सर अपने बिंदास बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. जब होली और जुमा की नमाज़ एक ही दिन पड़ने को लेकर विवाद उठा था, तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था, "होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा हर हफ्ते. जिन्हें रंगों से परहेज है, वे घर पर रहें." संभल में हुई हिंसा के दौरान भी उन्होंने साफ कहा था, "हम फोर्स में मरने के लिए नहीं भर्ती हुए हैं." उनकी ये बातें सोशल मीडिया और मीडिया में काफी वायरल हुई थीं.
एक पहलवान जिसने भारत को किया गौरवान्वित
अनुज चौधरी मूल रूप से मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव के निवासी हैं. पुलिस में आने से पहले वह अंतरराष्ट्रीय पहलवान रह चुके हैं. 1997 से 2014 तक लगातार राष्ट्रीय चैंपियन रहे. 2002 और 2010 के नेशनल गेम्स में दो रजत पदक हासिल किए. 2005-2009 की एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीते. वहीं 2010 राष्ट्रमंडल खेलों (दिल्ली) में रजत पदक मिले. इसके अलावा 2004 एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व हासिल किए. उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें ‘शेर-ए-हिंद’, ‘भारत कुमार’, ‘उत्तर प्रदेश केसरी’, और ‘वीर अभिमन्यु’ जैसे सम्मान मिले हैं.
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