Aja Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को विशेष महत्व प्राप्त है. यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है और उनकी उपासना का सर्वोत्तम अवसर होता है. मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से न केवल पिछले जन्मों के पाप नष्ट होते हैं, बल्कि मृत्युपरांत भक्तों को बैकुंठ धाम की प्राप्ति भी होती है.
साल में कुल 24 एकादशी आती हैं, जिनमें प्रत्येक माह में दो एकादशी होती हैं. भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विशेष रूप से अजा एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की आराधना करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है.
अजा एकादशी पर तुलसी से जुड़े 5 महत्वपूर्ण उपाय
अजा एकादशी व्रत और पूजा के दौरान तुलसी से जुड़े ये उपाय करना बेहद शुभ माना गया है. पौराणिक मान्यता है कि इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होती हैं.
1. तुलसी को जल अर्पित करना
सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें और तुलसी के पौधे को गंगाजल अर्पित करें. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच सौहार्द बढ़ता है.
2. भगवान विष्णु के भोग में तुलसी के पत्ते
पूजा के समय भगवान विष्णु को भोग लगाएं और उसमें तुलसी के पत्ते अवश्य रखें. माना जाता है कि इससे भगवान अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्त के सभी पाप नष्ट होते हैं.
3. तुलसी मंत्र का जप
तुलसी के पौधे के नीचे बैठकर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ और ‘ॐ नमो नारायणाय’ मंत्र का जप करें. यह मंत्र घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाता है.
4. तुलसी की माला पहनना
यदि संभव हो तो पूजा के समय गले में तुलसी की माला पहनें. यह भगवान विष्णु की आराधना में पुण्य को बढ़ाता है और व्रत को अधिक फलदायक बनाता है.
5. तुलसी के नीचे दीप जलाना
शाम के समय तुलसी के पौधे के पास गाय के घी का दीप जलाएं. ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मां लक्ष्मी का वास होता है.
Disclaimer: यह जानकारी धार्मिक आस्था और पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है. इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.
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