टेकऑफ के बाद 900 फीट नीचे गिरा Air India का प्लेन? दिल्ली में अहमदाबाद जैसी घटना! मचा हड़कंप

    अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की घटना ने सभी को झकझोर दिया था. लेकिन उससे उबर भी नहीं पाए थे कि 14 जून की सुबह एक और एयर इंडिया विमान हादसे के करीब पहुंच गया.

    Air India plane fell 900 feet after takeoff in Delhi
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की घटना ने सभी को झकझोर दिया था. लेकिन उससे उबर भी नहीं पाए थे कि 14 जून की सुबह एक और एयर इंडिया विमान हादसे के करीब पहुंच गया. दिल्ली से वियना जा रही फ्लाइट AI-187 टेक-ऑफ के कुछ मिनटों बाद गंभीर तकनीकी चेतावनियों की चपेट में आ गई. इस घटना ने एक बार फिर देश की एविएशन सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि, पायलट्स की तेजी और सूझबूझ ने दर्जनों यात्रियों की जान बचा ली.

    900 फीट तक गिरा विमान, बजने लगे खतरे के अलार्म

    यह सब हुआ 14 जून को तड़के करीब 3 बजे. बोइंग 777 एयरक्राफ्ट (VT-ALJ) ने जब दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरी, तब मौसम बेहद खराब था—तेज हवाएं और तूफान जैसी स्थिति बनी हुई थी. टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों में विमान अचानक असामान्य रूप से नीचे गिरने लगा. विमान करीब 900 फीट तक ऊंचाई खो बैठा. तभी कॉकपिट में लगातार अलार्म बजने लगे— 'स्टॉल वॉर्निंग' और ‘GPWS डोंट सिंक’ जैसी चेतावनियां पायलट्स को बताने लगीं कि अब और देरी खतरे को दावत दे सकती है.

    सबसे डरावनी बात यह थी कि ‘स्टिक शेकर’ अलार्म भी एक्टिव हो गया—यह सिस्टम तब सक्रिय होता है जब विमान स्टॉल की कगार पर पहुंच जाता है और पायलट के कंट्रोल कॉलम को ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगता है, ताकि पायलट को स्थिति की गंभीरता का तुरंत एहसास हो.

    पायलट्स ने लिया तेजी से फैसला, विमान को संभाला

    इस संकट के समय पायलट्स ने बिल्कुल सही समय पर निर्णय लिया. उन्होंने तुरंत विमान की दिशा और गति पर नियंत्रण पाया और उसे सुरक्षित ऊंचाई पर पहुंचा दिया. फ्लाइट ने आगे की 9 घंटे की यात्रा पूरी की और वियना में सुरक्षित लैंडिंग की. वहां से नया क्रू आया और विमान को टोरंटो के लिए रवाना कर दिया गया.

    पायलट्स की रिपोर्ट में अधूरी जानकारी, DGCA सख्त

    हैरानी की बात यह है कि फ्लाइट के पायलट्स ने अपनी रिपोर्ट में सिर्फ इतना लिखा कि ‘टेक-ऑफ के समय टर्बुलेंस के कारण स्टिक शेकर एक्टिव हुआ’. उन्होंने बाकी चेतावनियों का ज़िक्र ही नहीं किया.

    जब DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) की जांच करवाई, तब जाकर असली तस्वीर सामने आई—जिसमें साफ हुआ कि विमान को कई गंभीर तकनीकी अलर्ट मिले थे. DGCA ने इस लापरवाही पर तुरंत सख्त कदम उठाते हुए दोनों पायलट्स को ड्यूटी से सस्पेंड कर दिया है, और एयर इंडिया के हेड ऑफ सेफ्टी को भी तलब किया गया है.

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