आज के आधुनिक दौर में जहां दुनिया भर में रिश्तों को लेकर कानून और सामाजिक व्यवस्थाएं सख्त होती जा रही हैं, वहीं कुछ जनजातियां अब भी सैकड़ों साल पुरानी परंपराओं को पूरी निष्ठा से निभा रही हैं. ये परंपराएं कभी-कभी इतनी चौंकाने वाली होती हैं कि उन पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है.
ऐसी ही एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है पश्चिमी अफ्रीका की वोडाब्बे (Wodaabe) जनजाति में. यहां शादी करने के लिए आम तरीके नहीं अपनाए जाते, बल्कि एक अलग ही रिवाज है – दूसरी शादी के लिए किसी और की पत्नी को 'चुराना' जरूरी होता है. जी हां, सुनने में अजीब लगता है लेकिन यह इस जनजाति की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है.

क्या है ये परंपरा?
वोडाब्बे जनजाति के लोग पहली शादी पारंपरिक तरीके से करते हैं, यानी परिवार की मर्जी और सामाजिक मान्यताओं के अनुसार. लेकिन जब बात दूसरी शादी की आती है, तो नियम बिल्कुल बदल जाते हैं. दूसरी शादी करने के लिए पुरुषों को किसी और की पत्नी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाना होता है. यदि वह ऐसा नहीं कर पाते, तो उन्हें दूसरी शादी की अनुमति नहीं मिलती.
हर साल वोडाब्बे जनजाति में गेरेवोल फेस्टिवल नाम से रंगारंग आयोजन होता है. यह एक ऐसा मौका होता है जब युवक पारंपरिक पोशाकों में सजते हैं, चेहरों को रंगते हैं और आकर्षक नृत्य करते हैं. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य होता है दूसरे की पत्नी को रिझाना. यह सब कुछ इतने गोपनीय तरीके से किया जाता है कि महिला का पति इस पूरे घटनाक्रम से अनजान रहे. यदि कोई महिला किसी दूसरे पुरुष के साथ भाग जाती है, तो समुदाय इसे स्वीकृति देता है और दोनों की शादी करवा दी जाती है.

इसे माना जाता है 'सच्चा प्यार'
इस परंपरा को वोडाब्बे समुदाय में लव मैरिज के रूप में मान्यता दी जाती है. उनका मानना है कि अगर कोई महिला अपने पति को छोड़कर किसी और के साथ जाती है, तो यह उस पुरुष की 'जीत' नहीं बल्कि दोनों के बीच के सच्चे प्रेम का प्रमाण है.
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