Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शिक्षक ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे 8 अलग-अलग कॉलेजों में नौकरी हासिल की और हर जगह से सैलरी लेता रहा. यह मामला शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है.
फर्जी दस्तावेजों से 8 कॉलेजों में नौकरी
दिनेश कुमार नामक इस शिक्षक ने मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और पानीपत के स्कूल और कॉलेजों में फर्जी शपथ पत्रों के माध्यम से नौकरी प्राप्त की थी. इन सभी संस्थानों से उसे हर महीने लाखों रुपये की सैलरी मिलती थी. यह मामला तब उजागर हुआ जब अटलांटिस कॉलेज की कार्यवाहक अध्यक्ष पूनम शर्मा ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई.
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज
कोर्ट के आदेश पर मेरठ के सरधना थाना पुलिस ने दिनेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
नौकरी के साथ पढ़ाई भी जारी रखी
दिनेश कुमार ने नौकरी के साथ-साथ बिना छुट्टी लिए एमएससी की डिग्री भी प्राप्त की. इसके अलावा, उसने अटलांटिस कॉलेज से हेल्थ सैनेटरी में डिप्लोमा भी हासिल किया. यह दर्शाता है कि उसने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए कितनी मेहनत की, लेकिन यह सब फर्जी दस्तावेजों के आधार पर था.
शिक्षा विभाग की लापरवाही पर सवाल
यह मामला शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. किसी शिक्षक के इतने सारे कॉलेजों में नौकरी करने के बावजूद विभाग ने समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की? क्या विभागीय जांच प्रणाली में कोई खामी है? इन सवालों के जवाब शिक्षा विभाग को देने होंगे.
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