नई दिल्ली: भारतीय सिनेमा सिर्फ परदे की चकाचौंध नहीं, बल्कि समाज की सोच, संवेदनाओं और संघर्षों का प्रतिबिंब है. इसी भावना को सलाम करते हुए शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित नेशनल मीडिया सेंटर में 71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की भव्य घोषणा हुई. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शाम 6 बजे विजेताओं के नाम सार्वजनिक किए, और इस अवसर ने देश की 22 भाषाओं में बनी 115 से अधिक फिल्मों को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दी.
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (हिंदी) का सम्मान पियूष ठाकुर को उनकी फिल्म 'द फर्स्ट फिल्म' के लिए दिया गया. यह फिल्म न केवल एक कहानी है, बल्कि फिल्म निर्माण की मूल भावना का आत्मनिरीक्षण भी है. मनीष सैनी द्वारा निर्देशित गिद्ध द स्कैवेंजर को हिंदी श्रेणी में बेस्ट शॉर्ट फिल्म घोषित किया गया. अक्षत गुप्ता की नॉन-फीचर फिल्म 'द साइलेंट एपिडेमिक' को हिंदी भाषा में सर्वश्रेष्ठ नॉन-फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला. ऋषिराज अग्रवाल की निर्देशित डॉक्यूमेंट्री 'गॉड, वल्चर एंड ह्यूमन' ने सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पुरस्कार जीता.