सुनने में भले अजीब लगे, लेकिन केन्या में दो विदेशी युवकों की गिरफ्तारी का कारण बनीं... चींटियां! जी हां, बेल्जियम के दो 19 वर्षीय लड़कों के पास से जब केन्याई अधिकारियों ने 5,000 से अधिक चींटियां बरामद कीं, तो वन्यजीव संरक्षण विभाग तुरंत सतर्क हो गया.
चींटियों का होना था अवैध व्यापार
ये चींटियां महज कोई आम प्रजाति नहीं थीं, बल्कि इनमें ‘मेसोर सेफेलोट्स’ नामक दुर्लभ और पूर्वी अफ्रीका में पाई जाने वाली लाल रंग की बड़ी चींटियां भी शामिल थीं. इनका कथित रूप से यूरोपीय और एशियाई बाजारों में अवैध व्यापार किया जाना था. यही वजह है कि केन्या की अदालत ने इन युवकों पर $7,700 (करीब 6.5 लाख रुपये) का भारी जुर्माना ठोका है. जुर्माना न भरने की स्थिति में उन्हें 12 महीने जेल में बिताने होंगे.
यह घटना 5 अप्रैल की है जब लोर्नोय डेविड और सेप्पे लोडेविज्क्स नामक ये दोनों युवक नैरोबी के एक गेस्टहाउस से पकड़े गए. उनके कब्ज़े से सैकड़ों डिब्बों में पैक दुर्लभ प्रजातियों की चींटियां मिलीं. 15 अप्रैल को इन पर आधिकारिक रूप से आरोप तय किए गए.
केन्या वाइल्डलाइफ सर्विस के अधिकारियों का कहना है कि यह मामला उस व्यापक नेटवर्क की ओर इशारा करता है जिसमें अफ्रीकी वन्यजीवों की वैश्विक स्तर पर तस्करी की जाती है. अब तो चींटियां भी इस लिस्ट में शामिल हो गई हैं.
केन्या में वन्यजीव संरक्षण कानून बेहद सख्त हैं, खासकर जब बात स्थानीय जैव विविधता की रक्षा की हो. यह मामला न सिर्फ कानून के उल्लंघन का है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन के साथ भी सीधा खिलवाड़ माना जा रहा है.
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