5 जुलाई 2025 मतलब कयामत की रात! क्या खत्म हो जाएगा ये देश? जापानी वेंगा बाबा ने की है ये भविष्यवाणी

    जापान की मशहूर मंगा कलाकार र्यो (Ryan) तत्सुकी को ‘जापानी वेंगा बाबा’ कहा जाता है. अपनी पुस्तक “द फ्यूचर आई सॉ” में उन्होंने 5 जुलाई 2025 को अपने देश में होने वाले विनाशकारी भूकंप और सुनामी का वर्णन किया है.

    5 July 2025 means night of doom Japanese Vanga Baba prediction
    जापानी वेंगा बाबा | Photo: X

    जापान के लोग इन दिनों इसी बेचैनी में हैं. कारण है जापानी भविष्यवक्ता और मंगा कलाकार र्यो तत्सुकी उर्फ जापानी वेंगा द्वारा की गई एक डरावनी भविष्यवाणी. अगर यह सच साबित होती है तो 5 जुलाई 2025 को जापान शायद इतिहास के पन्नों में खो जाए.

    कौन हैं र्यो तत्सुकी और उनकी भविष्यवाणी क्या है?

    जापान की मशहूर मंगा कलाकार र्यो (Ryan) तत्सुकी को ‘जापानी वेंगा बाबा’ कहा जाता है. अपनी पुस्तक “द फ्यूचर आई सॉ” में उन्होंने 5 जुलाई 2025 को अपने देश में होने वाले विनाशकारी भूकंप और सुनामी का वर्णन किया है. यह प्राकृतिक आपदा 2011 की त्रासदी से तीन गुना भयंकर बताई गई है.

    सोशल मीडिया में क्यों फैला हड़कंप?

    जैसे ही #July5Disaster ट्रेंड हुआ, सोशल प्लेटफॉर्म्स पर खौफ का माहौल बन गया. चिंता इसलिए भी गहरा गई क्योंकि हाल ही में जापान के दक्षिणी क्युशू द्वीपसमूह के पास 900 से अधिक भूकंपीय झटके दर्ज हुए—हालांकि ज्यादातर हल्के रहे. यह लगातार भूचाल देशवासियों की चिंताओं को और बढ़ा रहा है.

    पिछले झटकों ने क्यों बढ़ाई आशंका?

    टोकारा द्वीपों पर कुछ दिनों पहले 5.1 तीव्रता के झटके आए. 3 जुलाई 2025 को 5.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने भय और बढ़ा दिया. जापान हमेशा तेज झटकों की नदी पर तैरता रहा है, लेकिन अचानक इस तरह की भविष्यवाणी की आहट ने सबको सतर्क कर दिया है.

    पहले की भविष्यवाणियों की सच्चाई क्या थी?

    तत्सुकी की कुछ पूर्व कथन वास्तव में सही साबित हुई हैं, जैसे:

    • प्रिंसेस डायना और फ्रेडी मरकरी की मौत
    • 2011 का भूकंप
    • कोविड‑19 महामारी

    इनकी सच्चाई ने लोगों के अंदर भय की लहर दौड़ा दी है, जिससे जापान के पर्यटन उद्योग पर भी असर दिखने लगा—कई यात्रियों ने अपनी योजनाएं रद्द कर दी हैं.

    क्या सच में है कोई आपदा की संभावना?

    यह एक भविष्यवाणी है, और जरूरी नहीं कि सच हो ही—लेकिन जापान की लगातार हिलती धरती और हालिया झटकों ने इस डर को वास्तविकता से जोड़ने की गुंजाइश बढ़ा दी है. जापानी सरकार पहले ही सतर्क हो चुकी है और जनता को घबराने की बजाय तैयार रहने की सलाह दे रही है.

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