उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से एक बेहद चौंकाने वाला और खतरनाक हादसा सामने आया है, जो आम लोगों के लिए चेतावनी से कम नहीं है. यहां एक घर में वेस्टर्न टॉयलेट का उपयोग करना एक युवक के लिए जानलेवा साबित हुआ. जैसे ही युवक ने टॉयलेट फ्लश किया, टॉयलेट सीट में जबरदस्त धमाका हो गया, जिससे वहां आग लग गई और वह बुरी तरह से झुलस गया.
फ्लश दबाते ही हुआ धमाका, युवक की हालत गंभीर
यह घटना बीटा-2 थाना क्षेत्र के सेक्टर-36 स्थित एक मकान में हुई. पीड़ित युवक, 30 वर्षीय आशू, दोपहर करीब 3 बजे वॉशरूम में गया था. शौच के बाद जैसे ही उसने फ्लश दबाया, टॉयलेट सीट में जोरदार विस्फोट हुआ. विस्फोट इतना तीव्र था कि आग भड़क उठी और आशू के पैर, हाथ, चेहरा और प्राइवेट पार्ट गंभीर रूप से झुलस गए. साथ ही, टूटे टॉयलेट की सीट के टुकड़ों से भी उसे गंभीर चोटें आईं. परिवार के लोग आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में युवक को अस्पताल पहुंचाया गया. डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत गंभीर है और उसे ठीक होने में लंबा समय लग सकता है.
क्या मीथेन गैस बनी हादसे की वजह? पिता और विशेषज्ञों का बयान
आशू के पिता सुनील प्रधान ने बताया कि घर के टॉयलेट और किचन के बीच एक शाफ्ट है, जिसमें एसी का एक्जॉस्ट लगा हुआ है. उनका मानना है कि टॉयलेट में मीथेन गैस का जमाव हुआ होगा, जो फ्लश करते समय स्पार्क के कारण ब्लास्ट में बदल गया. एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य हरेंद्र भाटी ने भी तकनीकी खामी की ओर इशारा करते हुए कहा कि अब पुराने घरों की तरह वॉशरूम में वेंट पाइप नहीं लगाए जाते, जिससे सीवर से निकलने वाली गैस बाहर न जाकर अंदर ही जमा होती है. उनका मानना है कि यही गैस विस्फोट की वजह बनी हो सकती है.
सीवरेज सिस्टम की खस्ता हालत पर भड़के स्थानीय लोग
इस भयावह हादसे के बाद स्थानीय लोग नगर प्रशासन पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. उनका कहना है कि क्षेत्र की सीवर व्यवस्था लंबे समय से खराब है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही. पी-3 गोलचक्कर के पास की सीवर लाइन पिछले डेढ़ साल से टूटी हुई है. शिकायतें करने के बावजूद अधिकारियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.
सावधानी ही सुरक्षा है विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों की मानें तो टॉयलेट जैसे बंद स्थानों में मीथेन गैस का जमा होना बहुत आम है और थोड़ी सी चिंगारी भी बड़ा धमाका कर सकती है. ऐसे में वेंटिलेशन और सीवरेज की नियमित जांच बेहद जरूरी है. यह हादसा सभी घरों के लिए चेतावनी है कि वे अपनी सीवर व्यवस्था को नजरअंदाज न करें.
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