नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना नागरिक वर्ष के स्मरणोत्सव के दौरान एक सभा को संबोधित किया, जिसमें भारत के हितों की सुरक्षा में समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया गया.
डीआरडीओ में आयोजित कार्यक्रम में नौसैनिकों के योगदान को मान्यता दी गई और भारत की रक्षा और सुरक्षा रणनीतियों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया.
सामुद्रिक सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा महत्वपूर्ण
तेजी से जटिल होते वैश्विक माहौल में राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष बढ़ती चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, "सामुद्रिक सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है."
उन्होंने आगे जोर देकर कहा, "भारत की आर्थिक समृद्धि इस देश की समुद्री सुरक्षा से जुड़ी हुई है. इसे प्राप्त करने के लिए, हमारे क्षेत्रीय जल की रक्षा की जानी चाहिए, नेविगेशन की स्वतंत्रता सुनिश्चित की जानी चाहिए, और हमारे समुद्री मार्गों, जो हमारे समुद्री राजमार्ग हैं, को सुरक्षित रखा जाना चाहिए."
समय के साथ सेनाओं की जटिलताएँ बढ़ रही हैं
बदलते सुरक्षा परिदृश्य पर विचार करते हुए, सिंह ने टिप्पणी की, "समय के साथ हमारी सेनाओं की जटिलताएँ बढ़ती जा रही हैं. लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है? ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दुनिया भर में रक्षा-सुरक्षा माहौल तेजी से तनावपूर्ण होता जा रहा है. यदि हम रक्षा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे दशक का आकलन करें, तो लगभग आधा दशक बीत जाने के बाद, हम कह सकते हैं कि यह एक अस्थिर दशक रहा है. हम दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में कई संघर्ष और युद्ध देख रहे हैं."
Indian Navy celebrates 2024 as ‘Year of Naval Civilians’. Speaking at an event organised by Navy. https://t.co/sGxc18zqFr
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 17, 2025
उन्होंने कहा, "हमारे सशस्त्र बल आज एक बड़े जनादेश और अधिक जटिल संरचना के साथ आगे बढ़ रहे हैं. इसमें हमारे नागरिक सहयोगी हमारी सेनाओं को महत्वपूर्ण प्रशासनिक और तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं. भारतीय नौसेना अगर आज इनोवेशन के क्षेत्र में इतनी आगे बढ़ रही है तो इसका कारण यह है कि अनुसंधान और विकास का काम सभी मिलकर कर रहे हैं. इसी तरह और भी कई काम हैं जिनमें आपकी अहम भूमिका अहम रहती है."
नौसैनिक नागरिकों की भूमिका पर प्रकाश डाला
राजनाथ सिंह ने योजना और परामर्शी दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया, विशेष रूप से इस प्रक्रिया में नौसैनिक नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा, "इस सब में योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है. इस योजना प्रक्रिया में एक परामर्शी दृष्टिकोण भी होना चाहिए, जिसमें हम सभी हितधारकों से परामर्श करें. मेरा मानना है कि इस योजना प्रक्रिया में, हमारे नौसेना नागरिकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है."
हमें अपनी क्रिटिकल कैपेबिलिटी बढ़ानी होगी
रक्षा मंत्री ने भारत की रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताओं को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, "हमें अपनी क्रिटिकल कैपेबिलिटी बढ़ानी होगी और आने वाले समय में हमें अपनी आक्रामक और रक्षात्मक दोनों प्रतिक्रियाओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा."
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