'सिस्टम बंद किया तो पूरी डिफेंस लाइन ढह जाएगी', एलन मस्क ने यूक्रेन में इंटरनेट बंद करने की दी धमकी

टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ इलॉन मस्क ने अपने स्टारलिंक इंटरनेट सिस्टम को यूक्रेन में बंद करने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि यदि यह सेवा बंद कर दी गई तो यूक्रेन की सैन्य संचार व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी.

If the system is shut down the entire defense line will collapse Elon Musk threatens to shut down the internet in Ukraine
एलन मस्क/Photo- ANI

वॉशिंगटन: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ इलॉन मस्क ने अपने स्टारलिंक इंटरनेट सिस्टम को यूक्रेन में बंद करने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि यदि यह सेवा बंद कर दी गई तो यूक्रेन की सैन्य संचार व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगी.

रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मस्क ने लिखा, "स्टारलिंक यूक्रेनी सेना की रीढ़ बना हुआ है. लेकिन मैं इस युद्ध और लगातार हो रहे विनाश को लेकर परेशान हूं. अंततः यूक्रेन को इस युद्ध में हार का सामना करना पड़ेगा."

स्टारलिंक एक लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट इंटरनेट सिस्टम है, जो विश्वभर में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड प्रदान करता है. इसकी क्षमता इतनी मजबूत है कि यह किसी भी स्थान पर सीधे स्मार्टफोन को इंटरनेट सेवा उपलब्ध करा सकता है.

यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता में कटौती

अमेरिका ने हाल ही में यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर अस्थायी रोक लगा दी है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस निर्णय से करीब 8.7 हजार करोड़ रुपये (1 बिलियन डॉलर) के सैन्य उपकरण और हथियारों की डिलीवरी प्रभावित होगी.

ट्रम्प प्रशासन ने उन सौदों पर भी रोक लगा दी है, जिनके तहत यूक्रेन अमेरिकी रक्षा कंपनियों से सीधे नए सैन्य उपकरण खरीद सकता था. अभी तक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की ओर से इस फैसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने CNN से कहा, "इस फैसले का एक कारण यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का रवैया भी है. अगर वह युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत का प्रयास करते हैं, तो यह सहायता फिर से शुरू की जा सकती है."

गुप्त सैन्य जानकारी साझा करने में भी कटौती

5 मार्च से अमेरिका ने यूक्रेन के साथ संवेदनशील सैन्य जानकारी साझा करने की प्रक्रिया को सीमित कर दिया है. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने कहा, "हम इस फैसले के सभी पहलुओं पर गहराई से विचार कर रहे हैं. इस स्थिति की समीक्षा की जा रही है."

वाल्ट्ज ने यूक्रेनी अधिकारियों के साथ टेलीफोन पर इस मुद्दे पर चर्चा भी की है.

मदद रुकने का असर: विशेषज्ञों की राय

सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (CSIS) के विश्लेषक मार्क कैन्सियन के अनुसार,

  • अमेरिकी सैन्य सहायता में कटौती यूक्रेन की युद्ध क्षमता को सीधे प्रभावित करेगी.
  • 2 से 4 महीनों के भीतर इस फैसले के नकारात्मक प्रभाव दिखाई देने लगेंगे.
  • यूरोपीय देशों की ओर से मिलने वाली सीमित सैन्य सहायता के दम पर यूक्रेन कुछ समय के लिए संघर्ष जारी रख सकता है, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं होगा.

कैन्सियन ने आगे कहा, "यूक्रेन की सैन्य ताकत अब आधी हो गई है. अमेरिकी सहायता के बिना यह रूस के खिलाफ ज्यादा दिनों तक खड़ा नहीं रह पाएगा."

यूक्रेनी रक्षा रणनीति पर असर

अमेरिका पिछले तीन वर्षों से यूक्रेन का सबसे बड़ा सैन्य सहयोगी रहा है.

  • फरवरी 2022 से लेकर अब तक यूक्रेन को 65.9 बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता दी गई है.
  • इस सहायता में हथियार, गोला-बारूद, मिसाइल, लैंडमाइंस और ड्रोन शामिल रहे हैं.
  • अमेरिका की ओर से दी जाने वाली तोपों, ड्रोन और मिसाइल रक्षा प्रणाली पर यूक्रेनी सेना बहुत अधिक निर्भर रही है. अगर यह सहायता बंद होती है, तो यूक्रेन को रूसी हमलों का जवाब देना मुश्किल हो जाएगा.

विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका की मदद बंद होने से रूस यूक्रेन के और इलाकों पर कब्जा कर सकता है.

क्या यह फैसला स्थायी है?

अब तक अमेरिकी रक्षा विभाग या राष्ट्रपति ट्रम्प की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. हालांकि, ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प प्रशासन इस फैसले की समीक्षा कर रहा है. अगर यूक्रेन रूस के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार होता है, तो यह प्रतिबंध हटाया जा सकता है.

फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि यह निर्णय अस्थायी है या स्थायी. लेकिन अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह प्रतिबंध लंबे समय तक जारी रहता है, तो यूक्रेन के लिए हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं.

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