ब्रसेल्स: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के बेल्जियम में छिपे होने की पुष्टि हुई है. बेल्जियम के विदेश मंत्रालय ने इस बात को स्वीकार किया है और कहा कि सरकार इस मामले पर बारीकी से नजर बनाए हुए है. भारतीय एजेंसियां भी उसके प्रत्यर्पण के लिए सक्रिय हो चुकी हैं.
बेल्जियम सरकार की पुष्टि
बेल्जियम के विदेश मंत्रालय ने NDTV से बातचीत में बताया कि मेहुल चोकसी की मौजूदगी को लेकर वे पूरी तरह से अवगत हैं और इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. बेल्जियम सरकार का कहना है कि वे इस मामले में भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं और सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं.
पत्नी बेल्जियम की नागरिक
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी बेल्जियम की नागरिक हैं, और फिलहाल वह एंटवर्प में उनके साथ रह रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों ने बेल्जियम से चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए बातचीत तेज कर दी है.
कानूनी दांव-पेंच में माहिर है चोकसी
चोकसी लंबे समय से खुद को बीमार बताकर कानूनी कार्रवाई से बचने की कोशिश कर रहा है. रिपोर्टों के अनुसार, उसने बेल्जियम में एफ रेजीडेंसी कार्ड भी हासिल कर लिया है. इससे पहले, वह एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा था और वहीं की नागरिकता भी ले ली थी.
हाल ही में, कैरेबियाई राष्ट्र एंटीगुआ और बारबुडा के विदेश मंत्री ईपी चेत ग्रीन ने भारत दौरे के दौरान पुष्टि की थी कि मेहुल चोकसी अब एंटीगुआ में नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया था कि वह कहां गया है.
नीरव मोदी का प्रत्यर्पण भी लंबित
मेहुल चोकसी के भतीजे और सह-आरोपी नीरव मोदी का प्रत्यर्पण भी लंदन से लंबित है. 2018 में PNB घोटाले के खुलासे से कुछ हफ्ते पहले ही दोनों भारत से भाग निकले थे. नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन की जेल में बंद है और भारत लाने की प्रक्रिया चल रही है.
खुद को बताया 'राजनीतिक साजिश' का शिकार
मेहुल चोकसी का दावा है कि उसके खिलाफ सभी आरोप राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं. उसने पहले भी भारतीय एजेंसियों पर उसे गलत तरीके से फंसाने का आरोप लगाया था. हालांकि, भारतीय एजेंसियां इस मामले में कोई नरमी नहीं बरत रही हैं और जल्द ही उसे भारत वापस लाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं.
अब देखना यह होगा कि बेल्जियम सरकार भारत के अनुरोध पर कैसे प्रतिक्रिया देती है और मेहुल चोकसी को प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया कितनी जल्दी आगे बढ़ती है.
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