दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी में 12वीं का छात्र गिरफ्तार— कैसे 23 ई-मेल से डराया था?

    पुलिस के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न स्कूलों को मिले पिछले 23 धमकी भरे ई-मेल छात्र ने भेजे थे, जिसने स्वीकार किया कि उसने पहले भी ऐसे ई-मेल भेजे थे.

    दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी में 12वीं का छात्र गिरफ्तार— कैसे 23 ई-मेल से डराया था?
    दिल्ली के एक स्कूल के छात्र, प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- ANI

    नई दिल्ली : 12वीं क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र को ई-मेल के ज़रिए दिल्ली के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है, एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी है.

    पुलिस के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न स्कूलों को मिले पिछले 23 धमकी भरे ई-मेल छात्र ने भेजे थे, जिसने स्वीकार किया कि उसने पहले भी ऐसे ई-मेल भेजे थे.

    23 धमकी भरे ई-मेल भेजे थे, पहले भी कर चुका है हरकत

    पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) दक्षिण अंकित चौहान ने कहा, "दिल्ली के विभिन्न स्कूलों को मिले पिछले 23 धमकी भरे ईमेल 12वीं के एक छात्र ने भेजे थे. पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने पहले भी धमकी भरे ईमेल भेजे थे."

    पुलिस ने बताया कि बुधवार को दिल्ली के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ई-मेल मिले.

    ई-मेल में स्कूलों को इस तरह की दी गई थी धमकी

    अधिकारियों के अनुसार, इस सूची में वसंत विहार और आरके पुरम में दिल्ली पब्लिक स्कूल, ब्लू बेल्स और टैगोर इंटरनेशनल शामिल हैं. ई-मेल में दावा किया गया है कि स्कूल परिसर में भारी मात्रा में विस्फोटक रखे गए हैं.

    अधिकारी धमकियों की जांच कर रहे हैं, जो शहर के स्कूलों को भेजी गई पिछली फर्जी बम धमकियों के समान हैं. ई-मेल में स्कूल को उसके परिसर में "बड़े पैमाने पर और बेहद खतरनाक विस्फोटक" होने की चेतावनी दी गई थी.

    ऐसे दी थी ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी

    पुलिस सूत्रों द्वारा साझा किए गए ईमेल में लिखा है, "स्कूल में प्रवेश करने वाले छात्रों के बैग की सख्त जांच न करने से हमें अपनी योजना को अंजाम देने का सही मौका मिल गया है."

    मेल के अनुसार, मेल भेजने वाले को परीक्षा कार्यक्रम और स्कूल परिसर के अंदर छात्रों की आवाजाही के बारे में पता था. ईमेल में कहा गया है, "इस दौरान, परीक्षा देने वाले छात्रों के अलावा हर कोई या तो मैदान के बाहर खड़ा होगा या इमारत के आसपास घूमेगा. आप अपने परिसर में कई प्रमुख स्थानों पर पहले से लगाए गए विनाशकारी विस्फोटकों से पूरी तरह अनजान रहेंगे."

    यह भी पढ़ें : पुतिन-डोनाल्ड ट्रंप की तय हो रही है मीटिंग, क्या रुकेगा रूस-यूक्रेन युद्ध?

    भारत