'कांग्रेस मुस्लिमों को बजट का 15% देना चाहती थी', PM Modi के इस बयान को पी चिदंबरम ने बताया झूठ

    प्रधान मंत्री के बयान लगातार विचित्र होते जा रहे हैं और यह दर्शाते हैं कि उनके भाषण लिखने वाले अपना संतुलन खो बैठे हैं. कल, उन्होंने दावा किया कि अगर उन्होंने हिंदू-मुस्लिम विभाजन का नाटक किया, तो वह सार्वजनिक जीवन में रहने के लायक नहीं होंगे.

    'कांग्रेस मुस्लिमों को बजट का 15% देना चाहती थी', PM Modi के इस बयान को पी चिदंबरम ने बताया झूठ
    पी चिदंबरम- Photo: Social Media

    नई दिल्ली: पीएम मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. पीएम ने कहा कि कांग्रेस अपने पिछले शासन के दौरान सरकारी बजट का 15 फिसदी हिस्सा मुसलमानों के लिए आवंटित करना चाहती है. वहीं पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने अब पलटवार किया है.

    कांग्रेस ने की आलोचना

    पीएम मोदी के इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता ने इसे झूठ करार दिया है. कांग्रेस नेता चिदंबरम ने पीएम की इस टिप्पणी की बात की है. कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए  कहा कि माननीय प्रधान मंत्री के बयान लगातार विचित्र होते जा रहे हैं और यह दर्शाते हैं कि उनके भाषण लिखने वाले अपना संतुलन खो बैठे हैं. कल, उन्होंने दावा किया कि अगर उन्होंने हिंदू-मुस्लिम विभाजन का नाटक किया, तो वह सार्वजनिक जीवन में रहने के लायक नहीं होंगे.

    Hon'ble Prime Minister's statements are increasingly bizarre and show that his speech writers have lost their balance

    Yesterday, he claimed that if he played the Hindu-Muslim divide, he would not be fit to be in public life

    Today, he played his usual game of dividing Hindus and…

    — P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 16, 2024

    पूरी तरह गलत है यह योजना

    उन्होंने इस पोस्ट में आगे लिखते हुए कहा कि आज, उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करने का अपना सामान्य खेल खेला माननीय प्रधान मंत्री का यह आरोप कि डॉ. मनमोहन सिंह ने केंद्रीय बजट का 15 प्रतिशत विशेष रूप से मुसलमानों पर खर्च करने की योजना बनाई थी, पूरी तरह से गलत है. उनका आगे का आरोप कि कांग्रेस एक मुस्लिम बजट और एक हिंदू बजट पेश करेगी, इतना अपमानजनक है कि इसे केवल एक मतिभ्रम के रूप में वर्णित किया जा सकता है.

    दुनिया की जनता देख रही पीएम मोदी को

    भारत के संविधान का अनुच्छेद 112 केवल एक वार्षिक वित्तीय विवरण पर विचार करता है, जो केंद्रीय बजट है। दो बजट कैसे हो सकते हैं? चुनाव प्रचार के शेष दिनों में, यह मेरी उत्कट आशा है कि माननीय प्रधान मंत्री झूठे आरोपों और अपमानजनक दावों का रास्ता छोड़ देंगे. भारतीय प्रधानमंत्री के बयानों को भारत की जनता ही नहीं, दुनिया भी देख रही है और उनका विश्लेषण भी कर रही है और कहा कि इससे भारत का गौरव नहीं बढ़ता है.

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