चीन, ईरान और उत्तर कोरिया का रूस को समर्थन करना 'अच्छा नहीं', अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन बोले

    अमेरिकी सचिव ने कहा- रूस को 70 प्रतिशत मशीन टूल्स चीन से आते हैं. माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स का 90 प्रतिशत चीन से आता है. और यह मिसाइलों और टैंकों और अन्य हथियारों में बदल रहा है.

    चीन, ईरान और उत्तर कोरिया का रूस को समर्थन करना 'अच्छा नहीं', अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन बोले
    भारत दौरे पर आए एंटनी ब्लिंकन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान | Photo- ANI

    वाशिंगटन डीसी (अमेरिका) : अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान उत्तर कोरिया, ईरान और चीन द्वारा रूस को दिए गए सहयोग की निंदा की है, उन्होंने कहा कि ऐसा करना इन देशों की प्रतिष्ठा के लिए "अच्छा नहीं" है.

    19 जुलाई को एस्पेन स्ट्रैटेजी ग्रुप द्वारा आयोजित एक फोरम के दौरान अपनी टिप्पणी में ब्लिंकन ने कहा, "रूस के साथ मिलकर काम करना और यूक्रेन में उसके युद्ध को जारी रखने में उसकी मदद करना आपकी प्रतिष्ठा के लिए विशेष रूप से अच्छा नहीं है."

    अमेरिका ने उत्तर कोरिया और रूस के बीच बढ़ते सैन्य गठबंधन और रूस के रक्षा औद्योगिक आधार के लिए चीन के कथित समर्थन पर अक्सर अपनी चिंता व्यक्त की है.

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    ब्लिकंन ने कहा- देशों पर सामूहिक रूप से दबाव डाला गया है

    नेशनल पब्लिक रेडियो होस्ट द्वारा संचालित एक फायरसाइड चैट में, ब्लिंकन से पूछा गया कि क्या अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंध वास्तव में कारगर रहे और क्या इसने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को "बेहतर व्यवहार करने" के लिए प्रेरित किया? अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि अमेरिका ने देशों को एक साथ लाया है और "रूस पर सामूहिक रूप से दबाव डाला है."

    "इसका मतलब है कि दुनिया भर के इतने सारे देश जो कुछ भी आसानी से कर सकते हैं, उन्हें करना बहुत मुश्किल है. जो कुछ भी हम फ्री में कर सकते हैं, उन्हें करना बहुत महंगा है. और इसका रूस की अर्थव्यवस्था और रूस के भविष्य पर बढ़ता हुआ, बहुत ज्यादा भार है."

    ब्लिंकन ने कहा. अमेरिकी सचिव ने कहा कि प्रतिबंधों, निर्यात नियंत्रणों और रूस से ब्रेन ड्रेन के मेल ने मास्को पर "भारी से भारी" दबाव बढ़ाने में योगदान दिया है. ब्लिंकन ने कहा, "अब, यह भी सच है कि रूसियों ने कामचलाऊ उपाय खोज लिए हैं, और विशेष रूप से उत्तर कोरिया, ईरान और दुर्भाग्य से चीन के साथ अपने संबंधों में, उन्होंने रक्षा औद्योगिक आधार को चालू रखने के तरीके खोज लिए हैं ताकि वे यूक्रेन के खिलाफ आक्रामकता का मुकदमा चलाना जारी रख सकें."

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    चीन, उत्तर कोरिया और ईरान के रवैये पर जताई चिंता

    अमेरिकी सचिव ने कहा कि चीन ने एक चुनौती पेश की क्योंकि उत्तर कोरिया और ईरान के विपरीत बीजिंग ने मास्को को हथियार नहीं दिए, लेकिन रूस के रक्षा औद्योगिक आधार के लिए इनपुट प्रदान किए. ब्लिंकन ने कहा, "रूस द्वारा आयात किए जाने वाले 70 प्रतिशत मशीन टूल्स चीन से आते हैं. माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स का 90 प्रतिशत चीन से आता है. और यह रक्षा औद्योगिक आधार में के लिए भेजा जा रहा है और मिसाइलों और टैंकों और अन्य हथियारों में बदल रहा है."

    अमेरिका और बाकी देशों ने चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं

    अमेरिकी रक्षा सचिव ने यह भी कहा कि अमेरिका और अन्य देशों ने चीन पर कदम उठाया और चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. ब्लिंकन ने कहा, "चीन दोनों तरह से नहीं चल सकता. वो एक साथ यह नहीं कह सकता कि वह यूक्रेन में शांति चाहता है, जबकि वह रूस द्वारा युद्ध की चल रही कोशिशों को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है. यह नहीं कह सकता कि वह यूरोप के साथ बेहतर संबंध चाहता है, जबकि वह वास्तव में शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से यूरोप की सुरक्षा के लिए सबसे बड़े खतरे को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है."

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