राजनीतिक लाभ के लिए TTD बोर्ड में बदलाव किया गया, तिरूपति प्रसादम विवाद पर बोले डिप्टी CM पवन कल्याण

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने रविवार को कहा कि सीएम चंद्रबाबू नायडू द्वारा वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाने के बाद पिछली सरकार द्वारा तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड में राजनीतिक लाभ के लिए बदलाव किया गया था.

Changes were made in TTD board for political gains Deputy CM Pawan Kalyan said on Tirupati Prasadam controversy
राजनीतिक लाभ के लिए TTD बोर्ड में बदलाव किया गया, तिरूपति प्रसादम विवाद पर बोले डिप्टी CM पवन कल्याण/Photo- ANI

गुंटूर (आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने रविवार को कहा कि सीएम चंद्रबाबू नायडू द्वारा वाईएसआरसीपी सरकार पर आरोप लगाने के बाद पिछली सरकार द्वारा तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड में राजनीतिक लाभ के लिए बदलाव किया गया था. तिरूपति के तिरुमाला मंदिर में दिए जाने वाले लड्डू प्रसादम में 'जानवरों की चर्बी' का इस्तेमाल किया जाता है.

जनसेना पार्टी के प्रमुख का बयान तब आया जब उन्होंने तपस्या के रूप में गुंटूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में 11 दिनों की 'प्रायश्चित्त दीक्षा' शुरू की. इस दौरान वह उपवास करेंगे. 

वाईएसआरसीपी शासन के तहत टीटीडी बोर्ड को बदला गया

कल्याण ने कहा, "प्रसाद वितरण 100 से अधिक वर्षों से चल रहा है. लेकिन वाईएसआरसीपी के शासन के तहत, राजनीतिक लाभ के लिए टीटीडी बोर्ड को बदल दिया गया. श्री वेंकटेश्वर ट्रस्ट की स्थापना की गई, जिससे विभिन्न घोटाले हुए. पूजा प्रोटोकॉल बदल दिए गए, और 300 से अधिक मंदिरों को अपवित्र कर दिया गया."

पवन कल्याण ने आगे आरोप लगाया कि वाईएससीआरपी शासन के दौरान अयोध्या को टीटीडी से 'दूषित' लड्डू मिले. कल्याण ने कहा, "मैं सवाल करता हूं कि क्या अधिकारी सभी मंदिरों में प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं. प्रसादम में मछली का तेल, गोमांस की चर्बी और सूअर की चर्बी पाई गई है. यहां तक ​​कि अयोध्या को वाईएसआरसीपी शासन के दौरान टीटीडी से दूषित लड्डू भी मिले."

वाईएसआरसीपी शासन के दौरान 219 मंदिरों को नष्ट किया गया

उन्होंने कहा, "वाईएसआरसीपी शासन के दौरान, 219 मंदिरों को नष्ट कर दिया गया. मैंने इन मंदिरों की बर्बरता पर सवाल उठाया. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, और सख्त कार्रवाई की जाएगी. टीटीडी बोर्ड ने पिछले पांच वर्षों में क्या किया है? हिंदू भक्तों को बोलना चाहिए. जो कभी पवित्र था, उसे अपवित्र कर दिया गया है. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए."

उन्होंने कहा, "जैसा कि मैं 11 दिवसीय तपस्या अनुष्ठान कर रहा हूं, मैं भगवान वेंकटेश्वर से माफी मांगता हूं. जब हिंदू मंदिरों को अपवित्र किया जाता है तो हमें चुप नहीं रहना चाहिए. अगर मस्जिदों या चर्चों में ऐसा हुआ, तो देश भड़क जाएगा."

पवन कल्याण माफी मांगने के लिए 11 दिनों तक उपवास करेंगे

इससे पहले एक्स पर एक पोस्ट में, पवन कल्याण ने घोषणा की थी कि वह भगवान बालाजी से माफी मांगने के लिए 11 दिनों तक उपवास करेंगे.

पवन कल्याण ने एक्स पर ट्वीट किया, "हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा के केंद्र श्री तिरूपति बालाजी धाम के प्रसाद में अशुद्धता डालने के कुत्सित प्रयासों से मैं व्यक्तिगत स्तर पर बहुत आहत हूं और सच बताऊं तो मैं अंदर से ठगा हुआ महसूस कर रहा हूं. अभी, मैं भगवान से क्षमा मांगने का संकल्प ले रहा हूं और ग्यारह दिवसीय प्रायश्चित दीक्षा के उत्तरार्ध में, 1 और 2 अक्टूबर को तिरुपति जाऊंगा."

यह विवाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के इस दावे के कुछ दिनों बाद आया है कि पूर्ववर्ती युवजन श्रमिका रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार के दौरान तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में चढ़ाए जाने वाले मिठाई, तिरुपति लड्डू की तैयारी में जानवरों की चर्बी सहित घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था.

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