जब ट्रंप ने बजाया 10 प्रतिशत टैरिफ वाला भोंपू, चीन ने दिखा दी आंख; कहा- ये दबाव बनाने की कोशिश

    दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह ब्रिक्स एक बार फिर वैश्विक राजनीति के केंद्र में है. ब्राजील में चल रहे ताज़ा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और इस्राइल की सैन्य नीतियों तथा वैश्विक व्यापार में टैरिफ की बढ़ती नीति की जमकर आलोचना की गई.

    Trump Threat to brics country on tarrif china gave reaction
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    दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह ब्रिक्स एक बार फिर वैश्विक राजनीति के केंद्र में है. ब्राजील में चल रहे ताज़ा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और इस्राइल की सैन्य नीतियों तथा वैश्विक व्यापार में टैरिफ की बढ़ती नीति की जमकर आलोचना की गई. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स समूह और अमेरिका विरोधी रुख अपनाने वाले देशों को चेतावनी दी है कि उन पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा.

    चीन ने दी प्रतिक्रिया, टैरिफ को बताया 'दबाव की नीति'

    चीन ने ट्रंप की इस धमकी की सख्त आलोचना की है. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, "टैरिफ से किसी को भी लाभ नहीं होता है. यह केवल अन्य देशों पर दबाव बनाने का एक हथकंडा है, जो वैश्विक व्यापार संतुलन को नुकसान पहुंचाता है."

    ट्रंप की ट्रुथ सोशल पोस्ट से बढ़ी चिंता

    ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों में शामिल होने वाले किसी भी देश को टैरिफ की छूट नहीं मिलेगी. उन्होंने साफ कर दिया कि ऐसे देशों पर 10% अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा और इसमें कोई अपवाद नहीं होगा.

    9 जुलाई है टैरिफ निलंबन की अंतिम तिथि

    गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिका द्वारा घोषित टैरिफ निलंबन की समयसीमा 9 जुलाई को समाप्त हो रही है. ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वे इस राहत को आगे बढ़ाने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही 10 से 12 देशों को नए टैरिफ नोटिस भेजने के लिए पत्र साइन कर दिए हैं, जो सोमवार को भेजे जाएंगे. इससे वैश्विक बाजारों में बेचैनी और अनिश्चितता का माहौल बन गया है.

    ब्रिक्स सम्मेलन 2025: नई थीम, नए सदस्य

    इस वर्ष का ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्राजील की मेज़बानी में आयोजित हुआ, जिसमें पारंपरिक पांच सदस्य देशों - ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ-साथ नए सदस्य - मिस्र, इथियोपिया, ईरान, यूएई और इंडोनेशिया भी शामिल हुए. ब्राजील ने 1 जनवरी 2025 को BRICS की अध्यक्षता संभाली थी. इस बार सम्मेलन की थीम थी: "समावेशी और टिकाऊ वैश्विक शासन के लिए ग्लोबल साउथ का सहयोग मजबूत करना". इस थीम के तहत विकासशील देशों के बीच आपसी सहयोग और वैश्विक मंचों पर एकजुट होकर आवाज़ उठाने पर ज़ोर दिया गया.

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