'इस फॉर्मेट को अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं'- विराट के बाद रोहित का भी टी20I से सन्यास, छोड़ी कप्तानी

शर्मा ने कहा- जब से मैंने इस फॉर्मेट में खेलना शुरू किया है, तब से मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं. इसे अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता. मैं कप जीतना चाहता था.

'इस फॉर्मेट को अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं'- विराट के बाद रोहित का भी टी20I से सन्यास, छोड़ी कप्तानी
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली शनिवार को बारबाडोस दक्षिण अफ्रीका टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल हराने का जश्न मनाते हुए | Photo- ANI

ब्रिजटाउन (बारबाडोस) : भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली के बाद, कप्तान रोहित शर्मा ने भी टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीतने के बाद टी20I क्रिकेट को अलविदा कह दिया.

2007 विश्व कप में भारत की जीत ने रोहित के अहम टी20I करियर की शुरुआत की थी. ऐसा लगता है कि 2024 में इस घटना के साथ उनका चक्र पूरा हो गया. टी20 प्रारूप से संन्यास लेने के साथ ही रोहित ने कप्तानी के पद को भी अलविदा कह दिया, जो उन्होंने दो साल से अधिक समय तक संभाला था.

टी-20 की कप्तानी से सन्यास लेकिन वनडे और टेस्ट के कैप्टन बने रहेंगे 

रोहित ने घोषणा की कि वह सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले रहे हैं, लेकिन वह अभी भी टेस्ट और वनडे प्रारूप में भारत के लिए खेलेंगे.

टीम के साथी विराट कोहली द्वारा ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने के तुरंत बाद, रोहित ने अपनी घोषणा की.

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान ने कहा, "यह मेरा आखिरी मैच भी था." उन्होंने विराट कोहली की टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने की घोषणा का जिक्र किया. "जब से मैंने इस प्रारूप में खेलना शुरू किया है, तब से मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं. इस प्रारूप को अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता. मैंने इसके हर पल का लुत्फ उठाया है. मैं यही चाहता था - मैं कप जीतना चाहता था."

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टी-20 विश्व कप की जीत राहुल द्रविड़ को समर्पित किया

उन्होंने मीडिया की तालियों के बीच कमरे में अभिवादन किया. उन्होंने टी20 विश्व कप की जीत को कोच राहुल द्रविड़ को समर्पित करते हुए खेल में उनके योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया. रोहित ने कहा, "उन्होंने पिछले 20, 25 सालों में भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया है, वह अब केवल यही बचा है. मैं पूरी टीम की ओर से बहुत खुश हूं कि हम उनके लिए यह कर पाए."

उन्होंने अपने साथियों की भी खूब तारीफ की और गेंदबाज अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह के साथ-साथ संन्यास ले रहे विराट कोहली की भी खूब तारीफ की. उन्होंने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरी टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं, जो मेरे और टीम इंडिया के लिए खेल रहे हैं - मैं वाकई बहुत आभारी हूं और शुक्रगुजार भी हूं."

रोहित ने कहा- मैं इसे जितने के लिए बेताब था, आंकड़ों कि फिक्र नहीं

जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उनके करियर का शिखर था, तो रोहित ने स्वीकार किया कि यह निस्संदेह आज तक के सबसे बेहतरीन पलों में से एक है. 

रोहित ने कहा. "यह सबसे शानदार पल है. मैं ऐसा कह सकता हूं. यह सिर्फ इसलिए है क्योंकि मैं इसे जीतने के लिए कितना बेताब था. मैंने इतने सालों में जितने भी रन बनाए हैं, वे मायने रखते हैं, लेकिन मैं आंकड़ों और इस तरह की चीजों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता. भारत के लिए मैच जीतना, भारत के लिए ट्रॉफी जीतना - यही वह चीज है जिसका मैं हमेशा इंतजार करता हूं."

जब रोहित अपनी सबसे पसंदीदा ट्रॉफी उठाने के करीब पहुंचे तो हर तरफ मुस्कान और खुशी का माहौल था. भारत को ट्रॉफी जीतने में अहम रोल निभाने वाले इस युवा खिलाड़ी ने प्रतियोगिता के पहले संस्करण में 30 रन बनाए और 17 साल बाद इस मौके पर सबका ध्यान खींचा.

रोहित शर्मा ने टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा लगाए हैं 5 शतक

एक पल में, सात महीने पहले का दिल टूटना एक अलग ही कहानी की तरह लग रहा था. उनके इस जिंदगी का चक्र तब पूरा हुआ जब उन्होंने अपने लंबे समय के साथी विराट कोहली के साथ मिलकर उस प्रारूप को अलविदा कह दिया, जिसमें उन्होंने खूब तरक्की की और विपक्षी गेंदबाजों को कड़ी टक्कर दी.

159 खेलों में 4231 रन के साथ, रोहित इस प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं. उनके नाम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा शतक (5) लगाने का रिकॉर्ड भी है. उन्होंने दो टी20 विश्व कप जीते हैं: पहला 2007 में प्रतिस्पर्धा करते हुए और वर्तमान 2024 में कप्तान के रूप में.

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