पटना (बिहार) : बिहार में बेल सांप की एक नई प्रजाति की खोज हुई है, जिसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं. लंबी नाक वाले इस सांप की खोज बिहार के गोनौली गांव में सौरभ वर्मा और सोहम पट्टेकर नाम के दो वैज्ञानिकों ने की है. सौरभ और सोहम साल 2021 में गोनौली गांव के बाहरी इलाके में घूम रहे थे, तभी उनकी नजर मरे हुए सांप पर पड़ी.
ये लंबे थूथन वाले बेल सांप चमकीले हरे या नारंगी भूरे रंग के हो सकते हैं. उनके पेट आमतौर पर नारंगी रंग के होते हैं. एशिया-पैसिफिक बायोडायवर्सिटी के सहयोगी जर्नल में प्रकाशित एक शोधपत्र के अनुसार, लंबी थूथन वाले बेल सांप (अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस) के दो नमूने सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पर- बिहार और मेघालय में खोजे गए हैं.
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अनजाने में दो वैज्ञानिकों ने खोजे नई प्रजाति के सांप
डीएनए परीक्षण, अनुवर्ती सर्वेक्षण और गहन विश्लेषण से पता चला कि दोनों वैज्ञानिकों ने अनजाने में बेल सांप की एक नई प्रजाति की खोज की थी. जर्नल ऑफ एशिया-पैसिफिक बायोडायवर्सिटी में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि लंबी थूथन वाले बेल सांपों की लंबाई 4 फीट है.
इस शोध में जीशान मिर्जा, सोहम पट्टेकर, सौरभ वर्मा, ब्रायन स्टुअर्ट, जयादित्य पुरकायस्थ, प्रत्युष महापात्रा और हर्षिल पटेल शामिल थे. अध्ययन में कहा गया है, ’16 दिसंबर 2021 को भारत के बिहार राज्य के गोनौली गांव की सीमा पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के बाहरी इलाके में एक मृत बेल सांप पाया गया. मौत का कारण पता नहीं चल सका क्योंकि जानवर पर कोई बाहरी चोट नहीं थी.’
ये सांप जंगलों के साथ-साथ रिहायश वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं
ये सांप जंगलों के साथ-साथ शहरों जैसे मानव-प्रधान क्षेत्रों में भी रहते हैं.
जीशान ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि मुझे हमेशा से ही बेल सांपों को लेकर काफी जटिल लगता रहा है, लेकिन मैं भाग्यशाली था कि मुझे कुछ ऐसा मिला जो इतना अलग था. हमने पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत से लंबी-थूथन वाले बेल सांप की नई प्रजाति का पता लगाया है.
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